घोघड़, चम्बा, 25 दिसम्बर : विकास खंड मैहला की ग्राम पंचायत ब्रेही के फाट, कुगेड़ी व गदियाडा गांवों में कई वर्षों से पेयजल की समस्या बनी हुई है। ग्रामीणों को कई किलोमीटर दूर से पानी लाने के मजबूर होना पड़ रहा है। केवल पीने के लिए ही नहीं अपितु कपड़े धोने से लेकर मवेशियों के लिए भी दूर से पानी ढोना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में पानी की समस्या को दूर करने के लिए सरकार ने अनेक योजनाओं को लागू किया गया है परंतु यह धरातल पर सही से लागू नही हो पाई हैं । कई स्थानों पर पाईप लाईन टूटी हुई है जिस कारण पानी बीच राह ही बेकार बह जाता है जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि एक तो गांव में कभी कभार पानी पहुंचता है तभी फिटर उस पेयजल लाईन से दूसरे गांव को सप्लाई मोड़ देते हैं। कई बार ग्रामीणों में टकराव की स्थिति बन जाती है ।
प्रभावित गांवों के जर्म सिंह, चैन लाल, रोशन लाल, सरवन कुमार, नरेश कुमार, करनैल सिंह, सरन दास, काकू राम, विष्णु राम, प्यार सिंह, कृष्ण सिंह, ब्रहमी देवी, इच्छया देवी, बबली देवी, कांतो देवी, इन्द्रो देवी, मुनि देवी, रेलमो देवी, लाम्बी देवी, नखरो देवी, हिल्लो देवी,फाड़ो देवी का कहना है कि इस बारे में कई बार अधिशासी अभियंता जल शक्ति विभाग मंडल भरमौर को अवगत करवाया गया है परन्तु विभाग है कि सुनता ही नहीं।
ग्रामीणों ने विभाग और सरकार से मांग की है कि पेयजल की समस्या को हमेशा के लिए दूर करें। जिससे ब्रेही पंचायत के फाट, कुगेड़ी और गदियाडा गांव में पानी की समस्या से निजात मिल सके।
उधर इस बारे में विभागीय अधिकारियों से उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो कनिष्ठ अधिकारी से पता चला कि उपरोक्त प्रभावित गांवों की पेयजल समस्या को दूर करने के लिए एक स्टोरेज टैंक का निर्माण किया जा रहा है। तापमान गिरने के कारण अभी इसका कार्य रुका हुआ है। फरवरी माह में टप्पर नामक स्थान पर 4 लाख लीटर भंडारण क्षमता का फैब्रीकेटड टैंक का निर्माम कार्य फिर से आरम्भ हो जाएगा। टैंक बनने के बाद इन गावों के साथ- साथ अन्य गांवों का पेयजल की समस्या का भी समाधान हो जाएगा।
बताया जा रहा है कि कुछ माह पूर्व इस स्टोरेज टैंक का कार्य आरम्भ हुआ था परंतु ग्रामीणों ने ही इस कार्यों को रुकवा दिया था। विभाग का मानना है कि स्टोरेज टैंक बनने के बाद लोगों की पेयजल समस्या का स्थाई समाधान हो जाएगा। लेकिन तब प्रभावित गांवों में पेयजल व्यवस्था किस प्रकार व्यवस्थित होगी उसका कोई समाधान अभी नहीं निकला है। हालांकि कनिष्ठ अभियंता ने कहा कि कल 26 दिसम्बर को वे उक्त पाईपलाईन का निरीक्षणकरने के लिए जा रहे हैं और इस दौरान वे गांवों में आवश्यक पेयजलापूर्ति निर्धारित का प्रायस करेगे।