घोघड़, चम्बा 22 अक्तूबर : गत दिवस भरमाणी जलस्रोत के नड्ड नामक स्थित जलभंडारण टैंक में मृत पाए गए बछड़े के शव की घटना के बाद से स्थानीय लोगों में जलशक्ति विभाग के खिलाफ रोष व्याप्त है। व्यापार मंडल भरमौर ने आज अतिरिक्त जिलादंडाधिकारी भरमौर को पेयजल भंडारों की सुरक्षा व स्वच्छता के मुद्दे को गम्भीरता से प्रभावी बनाने को लेकर ज्ञापन सौंपा । व्यापार मंडल प्रधान रणजीत शर्मा ने कहा कि भरमाणी जल स्रोत से ग्राम पंचायत भरमौर,सचूईं,घरेड़,गरीमा व खणी की करीब 30 हजार आबादी पेयजलापूर्ति की जाती है परंतु वर्षों से इसकी स्वच्छता पर प्रश्न उठ रहे हैं। विभाग ब्लीचिंग पाऊडर डालकर मामले को ठंडे बस्ते में डाल देता है। उन्होंने मांग की कि पेयजल भंडारण टैंकों की सुरक्षा व स्वच्छता महत्वपूर्ण है। इसलिए इसकी बाड़बंदी की जाए व रातदिन निगरानी के लिए चौकीदार नियुक्त किए जाएं।
रंजीत शर्मा ने कहा कि इससे पूर्व भी जल स्रोत में मवेशियों के शव मिले हैं जिससे लोगों ने दूषित पानी पिया ही, देव प्रतिमाओं पर भी यही जल चढ़ाया गया जिससे विभाग ने हमें पाप का भागीदार बना दिया है। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों को गम्भीरता से लेकर लापरवाह अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
आज अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी भरमौर कुलबीर राणा ने घटना स्थल का दौरा कर पेयजल की स्वच्छता स्थिति का जाएजा लिया।
अतिरिक्त जिलादंडाधिकारी ने स्थिति का निरीक्षण करने के पश्चात बताया कि उक्त स्थान पर टैंकों की सुरक्षा के लिए बाड़बंदी तो की गई है परंतु इसके लिए बनाए गए रास्ते का उपयोग स्थानीय किसानों द्वारा खेतों में जाने के लिए भी किया जाता है। इस दौरान गेट खुला रह जाने के कारण मवेशी भीतर प्रवेश कर गया था।
उन्होंने कहा कि विभागीय अधिशासी अभियंता को निर्देश दिए गए हैं कि इन भंडारण टैंकों की बाड़बंदी करके पब्लिक के लिए रास्ता छोड़ा जाए ताकि पेयजल भंडारण टैंकों के क्षेत्र में किसी का प्रवेश न हो। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारी को पेयजल भंडारों की सुरक्षा व स्वच्छता बनाए रखने के लिए इसकी लगातार निगरानी करने की स्थाई व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी लापरवाही पर किसी भी बख्शा नहीं जाएगा।