घोघड़,चम्बा 26 नवंबर 2024: उपमंडल मुख्यालय भरमौर में महान स्वतंत्रता सेनानी व आदिवासी नेता बिरसा मुंडा की जयंती के उपलक्ष्य में जनजातीय गौरव दिवस समापन समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में राजस्व, बागवानी तथा जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इस अवसर पर प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों, स्थानीय बुनकरों तथा स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं तथा द्वारा प्रदर्शनियां भी लगाई गई थी।
इस अवसर पर जगत सिंह नेगी ने कहा कि महान स्वतंत्रता सेनानी व आदिवासी नेता बिरसा मुंडा ने जनजातीय लोगों के आत्म सामान एवं स्वाभिमान के कई महान कार्य किए जिसकी बदौलत छोटी आयु में ही लोग उन्हें भगवान स्वरूप मानने लगे थे। उन्होंने कहा कि जनजातीय गौरव दिवस का आयोजन हमारी प्राचीन समृद्ध जनजातीय संस्कृति तथा परंपराओं का प्रचार प्रसार करने का एक गौरवशाली अवसर है तथा इस दिवस के माध्यम से हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को अपनी सांस्कृतिक विरासत से रूबरू करवाने का अवसर मिलता है।
इस अवसर पर अपने संबोधन में जगत सिंह नेगी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार प्रदेश के पिछड़े व जनजातीय क्षेत्रों के विकास के लिए संकल्पबद्ध है। उन्होंने ने बताया कि जनजातीय विकास कार्यक्रम के तहत वर्ष 2024 25 में हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा लगभग 900 करोड रुपए का बजट आवंटित किया गया है जो कि गत वर्ष के बजट की तुलना में लगभग 42 करोड़ पर अधिक है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार प्रदेश के अनछुए स्थलों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने के लिए प्रयासरत है ताकि स्थानीय युवाओं को उनके घर द्वार पर ही स्वरोजगार के अवसर प्राप्त हो सकें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के प्रयासों से प्रदेश में पहली बार तहसील और उपतहसील स्तर पर विशेष इंतकाल अदालतों का आयोजन कर 2 लाख 25 हजार 734 राजस्व मामलों का निपटारा किया गया तथा इससे लंबे समय से लंबित पड़े राजस्व मामलों का समाधान होने से लोगों को बड़ी राहत मिली है। यही नहीं प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के बागवानों को लाभ पहुंचाने तथा उनकी आय में वृद्धि करने के लिए पूरे प्रदेश में यूनिवर्सल कार्टन और सेब को प्रति किलो की दर से खरीदने की व्यवस्था लागू की है। इस व्यवस्था से किसानों को फायदा मिल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के प्रयासों से जनजातीय जिलों किन्नौर तथा लाहौल स्पीति में लोगों को वन अधिकार अधिनियम के तहत जमीन के पट्टे देने आरंभ हो गए हैं तथा निकट भविष्य में जिला चंबा के पांगी व भरमौर में लोगों को वन अधिकार अधिनियम के तहत जमीन के पट्टे मिलने आरंभ हो जाएंगे।
जगत सिंह नेगी ने कहा कि जनजातीय क्षेत्र भरमौर में बागवानी विकास की अपार संभावनाएं तथा इस दिशा में बागवानी विभाग तथा स्थानीय लोगों को मिलजुल कर प्रयास करने की आवश्यकता है। उन्होंने क्षेत्र वासियों का आह्वान किया कि वह प्रदेश सरकार द्वारा बागवानी विभाग के माध्यम से क्रियान्वित की जा रही योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाएं तथा बागवानी क्षेत्र को स्वरोजगार के रूप में अपनाएं।
जनजातीय विकास मंत्री ने जानकारी दी कि भरमौर स्थित 84 मंदिर परिसर तथा भरमाणी माता मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण तथा मंदिर परिसरों में श्रद्धालुओं की सुविधाओं के दृष्टिगत योजनाबद्ध तरीके से अनेक सार्थक कदम उठाए जाएंगे ताकि इन स्थलों में देश-विदेश के धार्मिक पर्यटकों का वर्ष भर आना जाना लगा रहे। उन्होंने घोषणा की कि अगले वर्ष गर्मियों से प्रतिवर्ष भरमौर में एक बड़े स्तर के उत्सव का आयोजन आरंभ किया जाएगा जिससे जनजातीय क्षेत्र की प्रसिद्ध लोक संस्कृति को बढ़ावा मिल सके। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष भरमौर में आयोजित होने वाले उत्सव में शहनाई वादन प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी जिसमें प्रथम विजेता को 50 हजार रुपए, द्वितीय विजेता को 30 हजार रुपए तथा तृतीय विजेता को 20 हजार रुपए नकद इनाम दिया जाएगा। इस अवसर पर पारंपरिक आदिवासी वेशभूषा में कई स्थानीय कलाकारों व स्कूली बच्चों द्वारा विभिन्न प्रकार के रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए।
इस पूर्व कैबिनेट मंत्री जगत सिंह ने प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों, स्थानीय बुनकरों तथा स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों का अवलोकन किया ।
इस अवसर पर स्थानीय विधायक डॉक्टर जनक राज ने भी अपने विचार सांझा किए। विधायक ने स्वतंत्रता सेनानी आदिवासी बिरसा मुंडा द्वारा स्वतंत्रता संग्राम के लिए किए गए योगदान के बारे में अवगत करवाते हुए कहा कि उन्होंने 25 वर्ष अल्पायु में अपने प्राण देश की स्वतंत्रता के लिए न्योछावर कर भगवान का दर्जा पा लिया था। अंग्रेजों में उनके नाम का खौफ रहता था । उन्होंने कहा कि भरमौर, पांगी, किन्नौर व लाहुल-स्पिति के अनुसूचित जनजातियों का भी अपना गौरवशाली प्रचीन इतिहास है। इनकी परम्पराएं व संस्कृति रहन-सहन, बोलियां इनके आदिवासी अस्तित्व का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि अपनी पहचाने बचाए रखने के लिए हमें अपनी संस्कृति व परम्पराओं को भी जीवित रखना होगा।
कुलबीर सिंह राणा ने बताया कि भरमौर में जनजातीय गौरव दिवस समारोह 15 अप्रैल 2024 से निरंतर मनाई जा रहे हैं इस दौरान विभिन्न संस्थाओं व स्थान पर स्वच्छता पौधारोपण सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं सहित अनेक प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए गए।
इस अवसर पर स्थानीय विधायक डॉ जनक राज, कांग्रेस पार्टी के पंचायती राज सैल के प्रदेश उपाध्यक्ष ब्रह्मा नंद ठाकुर, ग्राम पंचायत संचूई के प्रधान व सदस्य परियोजना सलाहकार समीति संजीव कुमार, कार्यकारी एडीएम भरमौर कुलबीर सिंह राणा, डीएफओ भरमौर शिव नाथ माने, उपनिदेशक उच्च शिक्षा प्यार सिंह चाढ़क, उप निदेशक प्रारंभिक शिक्षा ज्ञान चंद, सहित कई अन्य विभागों के अधिकारी व कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी उपस्थित थे।