घोघड़, चम्बा 31 मार्च : चम्बा जिल के भरमौर उपमंडल में बीती रात भारी वर्षा के उपरांत हल्का हिमपात भी हुआ है। उपमंडल मुख्यालय में एक इंच इंच तक हिमपात हुआ है। हिमापत के कारण क्षेत्र के तापमान में अचानक गिरावट आई है। मार्च माह के अंत में हिमपात होना कोई असमान्य नहीं है परंतु जलवायु परिवर्तन के कारण खिसकते मौसम चक्र से यहां नई किस्म के फलदार पौधोें के लिए यह घातक हो सकता है।
पिछले कुछ दिनों से क्षेत्र में गर्मियों की अनुभूति के कारण यहां पर्यटकों की संख्या भी बढ़ने लगी है। क्षेत्र के ऊपरी भागों में बिछी बर्फ पर अठखेलियों का आनन्द उठाने के लिए पर्यटक लगातार भरमौर क्षेत्र पहुंच रहे हैं। बीती रात हुए हिमपात से पर्यटकों को मुंह मांगी मुराद मिल गई है।
इस हिमपात पर अनुभवी स्थानीय बागवानों का मानना है कि रॉयल डलीसियस, गोल्डन रॉयल, आड़ू, पलम, बादाम आदि पारम्परिक फलदार पौधे को इस हिमपात से कोई नुकसान नहीं होगा परंतु नई प्रजाति के तैयार किए जा रहे फलदार पौधों पर इसका असर हो सकता है। क्योंकि नई प्रजाति के पौधे अपेक्षाकृत अधिक तापमान चाहते हैं। जबकि तापमान में अचानक होने वाले परिवर्तन के प्रति यह संवेदनशील होते हैं। गुठलीदार फलों के फूलों पर हुआ हिमपात इसकी पैदावार को प्रभावित कर सकता है।
बहरहाल अच्छे बुरे परिणामों के साथ वित्त वर्ष 2023-24 के अंतिम दिन हिमपात 31 मार्च क्लोज कर गया है।