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घोघड़, चम्बा 18 दिसम्बर : हिमाचल प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ शिक्षा विभाग में कक्षा 6 से 12 वीं तक क्लस्टर कार्य से सहमत है परंतु नर्सरी से लेकर 5 वीं तक की क्लस्टर प्रणाली से छेड़छाड़ का विरोध कर रहा है। संघ का मानना है कि ( 3 + 5 आठ कक्षाओं ) तक के क्लस्टर बने हुए है और बेहतर तरीके से काम कर रहे हैं । जहां इन आठ कक्षाओं के अध्ययन के साथ – साथ सभी तरह के गैर शैक्षणिक कार्य को भी प्राथमिक शिक्षक बखूबी कर रहे हैं इसलिए प्राथमिक पाठशालाओं की नर्सरी से कक्षा 5 तक के लिए पुनः क्लस्टर व्यवस्था में फेरबदल की आवश्यकता नहीं है । बल्कि इनको वर्तमान ढांचे के अनुसार रखते हुए और अधिक सुदृढ़ करने की आवश्यकता है जिसके लिए प्राथमिक शिक्षक संघ वार्ता करने व सुझाव देने के लिए तैयार है ।

संघ अध्यक्ष सुरजन चाढ़क ने कहा कि सरकार व विभाग द्वारा दिशा निर्देश जारी कर संस्थानों में स्रोत सांझा करने की जो सोच है उसमें प्राथमिक शिक्षक संघ सरकार व विभाग के साथ है तथा जो भी स्रोत प्राथमिक वर्ग के पास हैं उन्हें पूरी तरह सांझा करने के तैयार है । संघ का कहना है कि जब भी प्रारम्भिक विद्यालयों को किसी स्रोत की आवश्यकता होगी उसके लिए उच्च शिक्षा विभाग से समन्वय स्थापित किया जा सकता है। स्रोतों के तौर पर सबसे अधिक समस्या प्राथमिक वर्ग में जिन विद्यालयों में मल्टी टास्क वर्कर्स है वहाँ की सफाई व्यवस्था व गैर शैक्षणिक कार्यों के लिए गैर शैक्षिक वर्ग से विभिन्न सूचना समेकित करवाने की है । जबकि उसके लिए चतुर्थ श्रेणी व गैर शैक्षिक वर्ग के संसाधन सांझा करने को दिशानिर्देशों में वर्णित नहीं किया गया है।

संघ की मांग है कि प्राथमिक शिक्षक वर्ग की अलग व्यवस्था है जिसमें मुख्य शिक्षक , केन्द्र मुख्य शिक्षक , खंड प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी जो कि विभाग के प्रशासनिक अधिकारी होते हैं तथा उन्हें स्कूल व्यवस्था की पूर्ण जानकारी होती है इसलिए उसे यथावत रखे जाने की मांग की जा रही है ।

प्राथमिक अध्यापकों की आपत्ति मुख्यतः उन बिंदुओं पर है जिनमें प्राथमिक स्कूलों के अध्यापकों को क्लस्टर हैड की नियुक्ति की बात नहीं लिखी गई है। जबकि प्राथमिक मुख्य शिक्षक या केंद्र मुख्य शिक्षक बहुत वरिष्ठ लोग होते हैं अतः ऐसे में उन्हें किसी भी संयुक्त कमेटी में मुखिया की भूमिका न मिलने से भी गतिरोध उत्पन्न हो रहा है ।

संघ ने कहा है कि प्राथमिक वर्ग में क्लस्टर से छेड़छाड़ होने की स्थिति में धरातल पर टकराव व मानसिक दवाब की स्थिति बन रही है । इसलिए प्राथमिक अध्यापक इसका खंडन व विरोध करने के लिए विवश हैं और इससे भविष्य में पदोन्नति आदि प्रभावित होने से भी आशंकित हैं ।

प्राथमिक अध्यापक संघ ने अपनी आपत्तियों, शंकाओं को लेकर एक ज्ञापन प्रदेश शिक्षा सचिव को भेजा है।


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