घोघड़, चम्बा 27 अगस्त : मणिमहेश यात्रा के जन्माष्टमी स्नान पर श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड संख्या के कारण इसके संचालन में व्यवधान उत्पन हो गया है। जन्माष्टमी स्नान के उपरांत एक साथ हजारों श्रद्धालुओं के लौटने के कारण मणिमहेश-हड़सर पैदल मार्ग पर यात्रीयों का जमावड़ा लग गया है। बीती रात तोस का गोठ नामक स्थान के आस पास कुछ भागों में भूस्खलन के कारण मार्ग संकरा हो गया है। जिसकारण श्रद्धालुओं का एक समय पर दोनों ओर चलना मुस्किल हो रहा है। जब तक मणिमहेश से लौटने वाले श्रद्धालु हड़सर नहीं पहुंचते तब तक मणिमहेश की ओर जाने वाले श्रद्धालुओं को हड़सर में रोकने के आदेश दिए गए हैं।
उपमंडलाधिकारी भरमौर कुलबीर सिंह राणा ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा के दृष्टिगत यह फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि दो-तीन घंटे में मणिमहेश यात्रयों के हडसर पहुंचने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी जिसके उपरांत श्रद्धालुओं को मणिमहेश जाने दिया जाएगा।
गौरतलब है कि जन्माष्टमी स्नान के लिए पहली बार श्रद्धालुओं की संख्या एक लाख तक पहुंची है । इस बीच मणिमहेश बीती रात भरमौर मुख्यालय में मणिमहेश मार्ग में भारी भूस्खलन से भारी जानमाल की हानि होने की अफवाह भी फैली थी जिससे मुख्यालय में सनसनी फैल गई थी। एम्बुलैंस वाहनों की हड़सर की ओर दौड़ने से लोगों में दहशत और बढ़ गई थी क्योंकि हजारों यातेरी मणिमहेस गए थे जिनका सुरक्षित होने की चिंता सबको परेशान कर रही थी।
उपमंडलाधिकारी भरमौर ने इस बारे में स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। वर्षा के कारण कुछ स्थानों पर रास्ता धंस गया था जिस कारण यात्रियों का आवागमन अवरुद्ध हुआ था।