घोघड़, चम्बा, 10 जून 2025: हिमाचल प्रदेश विधानसभा की लोक लेखा समिति की एक अहम समीक्षा बैठक सोमवार को किलाड़ स्थित पुस्तकालय भवन में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता समिति के सभापति अनिल शर्मा ने की। इस मौके पर समिति के सदस्य केवल सिंह पठानिया (उप-मुख्य सचेतक), विधायक डॉ. हंस राज, जीत राम कटवाल, इंद्र सिंह, डॉ. जनक राज, मलेंद्र राजन और कैप्टन रंजीत सिंह भी उपस्थित रहे।
बैठक में विभिन्न विभागों से संबंधित लंबित ऑडिट पैरा और विकास कार्यों की प्रगति की विस्तार से समीक्षा की गई। समिति ने ऐसे सभी सरकारी भवनों की जानकारी एक माह के भीतर उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए हैं, जो निर्माण के बाद भी उपयोग में नहीं लाए जा रहे। इसके साथ ही साच पास मार्ग पर अब तक हुए व्यय का पूरा ब्यौरा भी एक माह के भीतर मांगा गया है।
बैठक के दौरान वन, स्वास्थ्य, जल शक्ति और शिक्षा विभाग से जुड़े ऑडिट मामलों पर भी चर्चा की गई। समिति ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
सभापति अनिल शर्मा ने कहा कि पांगी घाटी राज्य का सबसे दुर्गम क्षेत्र है, जहां अभी भी सड़क, बिजली और शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाओं पर गंभीरता से काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने आश्वासन दिया कि समिति घाटी की समस्याओं को सरकार तक पहुंचाएगी ताकि इनका शीघ्र समाधान किया जा सके। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि विकास कार्यों के लिए जारी धनराशि समयबद्ध तरीके से व्यय की जाए ताकि आमजन को समय पर योजनाओं का लाभ मिल सके।
इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि जो योजनाएं 80 प्रतिशत तक पूर्ण हो चुकी हैं, उनकी जानकारी संबंधित विधायकों के माध्यम से सरकार तक पहुंचाना सुनिश्चित किया जाए।
बैठक से पूर्व समिति के सदस्यों ने मिंधल माता मंदिर और सिद्ध बाबा मंदिर में पूजा-अर्चना कर क्षेत्रवासियों के सुख-समृद्धि की कामना की।
इस अवसर पर पांगी के आवासीय आयुक्त रमन घरसंगी ने समिति के अध्यक्ष और सभी सदस्यों का स्वागत कर उन्हें सम्मानित किया। उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि बैठक में दिए गए सभी निर्देशों और सुझावों का पूर्ण रूप से पालन सुनिश्चित किया जाएगा।