घोघड़, चम्बा 6 जून 2025 : शिक्षा विभाग हिमाचल प्रदेश के निर्देशानुसार आज रावमापा पूलन व होली में बच्चों को आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूक करने हेतु एक मॉक ड्रिल (Mock Drill) का आयोजन किया गया। इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य बच्चों को भूकंप, अग्निकांड, युद्ध आदि जैसी प्राकृतिक व मानव प्रायोजित आपदाओं के दौरान स्वयं को सुरक्षित रखने तथा दूसरों की मदद करने के लिए प्रशिक्षित करना था।
रावमापा पूलन में मॉकड्रिल के दौरान विद्यार्थियों को अलग-अलग स्थितियों में व्यवहार करने के उपाय बताए गए। उन्हें बताया गया कि आपदा के समय किस तरह से संयम और सतर्कता बनाए रखते हुए सुरक्षित स्थान पर पहुँचना चाहिए। साथ ही, आपदा के बाद प्राथमिक सहायता (फर्स्ट एड) कैसे दी जाती है, इसकी भी जानकारी दी गई।
इस अवसर पर उपस्थित प्रधानाचार्य राजेश भोगल ने बच्चों को संबोधित करते हुए बताया कि इस प्रकार की गतिविधियाँ न केवल बच्चों को जागरूक बनाती हैं, बल्कि उनमें आत्मविश्वास भी पैदा करती हैं। बच्चों के साथ-साथ अध्यापकों ने भी इस मॉकड्रिल में उत्साहपूर्वक भाग लिया और अभ्यास के दौरान दर्शाए गए निर्देशों का पालन किया।
विद्यालय प्रबंधन द्वारा ऐसे आयोजन को नियमित रूप से करने का संकल्प भी लिया गया ताकि विद्यार्थियों को भविष्य में किसी भी आपदा से निपटने के लिए पूर्ण रूप से तैयार किया जा सके।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय होली में एक व्यापक आपदा प्रबंधन मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस अभ्यास में राजस्व विभाग, पुलिस, होमगार्ड, फायर विभाग, स्वास्थ्य विभाग आदि के कर्मचारियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। कार्यक्रम में सीआईएसएफ उपनिरीक्षक विवेक कुमार पर्यवेक्षक (Observer) के रूप में उपस्थित रहे। मॉक ड्रिल का संचालन तहसीलदार होली अजय कुमार की अगुआई में किया गया।
मॉक ड्रिल के पहले चरण में प्रातः 9:30 बजे विद्यालय के प्रधानाचार्य ने उपमंडल प्रशासन को भूकंप के बारे में
सूचना दी , जिसमें कुछ छात्र मामूली रूप से घायल हुए हैं। तत्पश्चात विद्यालय प्रशासन द्वारा आपात योजना के अनुरूप छात्रों को सुरक्षित बाहर निकाला गया और प्राथमिक उपचार प्रदान किया गया।
दूसरे चरण में 11 बजे विद्यालय की रसायन प्रयोगशाला (केमिस्ट्री लैब) में आग लगने की स्थिति को दर्शाया गया। इस दौरान पाँच छात्र एवं एक स्टाफ सदस्य गंभीर रूप से घायल हुए। फायर डिपार्टमेंट की तत्परता से सभी को सुरक्षित बाहर निकाल कर तुरंत स्थानीय अस्पताल में उपचार हेतु भेजा गया।
कार्यक्रम के समापन पर सभी छात्रों के साथ संवाद सत्र आयोजित किया गया, जिसमें आपदा के दौरान सुरक्षा उपायों एवं जागरूकता के महत्व पर प्रकाश डाला गया। इस दौरान छात्रों को विभिन्न आपदाओं से निपटने की व्यवहारिक जानकारी भी दी गई।
इस अवसर पर नायब तहसीलदार होली देवेंद्र गर्ग ,पुलिस विभाग से एएसआई संदीप, पर्वतारोहण केंद्र भरमौर प्रभारी पंकज महंत, फायरमैंन बलिराम, वायरलैस ऑपरेटर शुभम , कार्यवाहक प्रधानाचार्य विनोद कुमार, विद्यालय स्टाफ वीरेंद्र गौतम , अनूप कुमार , मनीष ठाकुर ,करतार सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी और स्थानीय लोग व स्कूली बच्चे मौजूद रहे।