घोघड़, चम्बा, 15 मार्च : कई प्रकार की समस्याओं से जूझ रहे जनजातीय क्षेत्र भरमौर के युवाओं को पढ़ाई के लिए भी परेशान होना पड़ रहा है। एक तो यहां प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों के लिए कोई संस्थान नहीं है वहीं इन परीक्षाओं की तैयारी के लिए स्तरीय पुस्तकालय का भी अभाव है।
स्थानीय युवक पंकज कुमार के अनुसार भरमौर मुख्यालय में एक मात्र पुस्तकालय ग्राम पंचायत भरमौर के पास है जहां व अन्य युवाओं के साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं। परंतु इस पुस्तकालय में रूम हीटर न होने के कारण यहां पढ़ना तो दूर थोड़ी देर बैठना भी मुश्किल हो जाता है। वहीं पुस्तकालय खोलने का समय सीमित होने के कारण अध्ययन के लिए पर्याप्त समय नहीं मिल पाता है। युवाओं का कहना है कि इस पुस्तकालय में बहुत सी पुस्तकों की कमी है। जिस कारण युवाओं को तैयारियों के लिए मुश्किलें आ रही हैं।
यहां अध्ययन कर रहे युवाओं ने उपमंडलाधिकारी (ना.) भरमौर से इस बारे में शिकायत पत्र देते हुए पुस्तकालय में रूम हीटर उपलब्ध करवाने, पुस्तकालय को 15 से 18 घंटे तक खुला रखने की मांग है।
युवाओं के शिकायत पत्र पर उपमंडलाधिकारी (ना.) भरमौर कुलबीर सिंह राणा ने प्रधान ग्राम पंचायत भरमौर को प्रार्थना पत्र लिखकर पुस्तकालय में मांग के अनुरूप सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए का अनुरोध किया है।
उपमंडलाधिकारी (ना.) के अनुरोध को प्रधान ग्राम पंचायत भरमौर कितनी गम्भीरता से लेते हैं, अध्ययनकर्ताओं को लाइब्रेरी की सुविधाएं अब इसी बात पर निर्भर करेंगी।
गौरतलब है कि सरकारें हर ग्राम पंचायत में पुस्तकालय खोलने पर जोर दे रही है परंतु भरमौर क्षेत्र में इस दिशा में प्रयास होते नहीं दिख रहे हैं। नये पुस्तकालय खोलने तो दूर यहां दशकों पुराने सार्वजनिक पुस्तकालय की सैकड़ों पुस्तकें साडा के सराय भवन में धूल फांक रही हैं । जिन्हें वर्षों से लोगों ने देखा तक नहीं है। अगर प्रशासन यहां नहीं पुस्तकें उपलब्ध करवा दे तो युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए अतिरिक्त सुविधा मिल सकती है।