घोघड़, चम्बा 24 अप्रैल : जनजातीय क्षेत्र भरमौर की होली घाटी को जोड़ने वाली सड़क पिछले एक सप्ताह से अवरुद्ध है। खड़ामुख नामक स्थान के पास लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण चम्बा होली सड़क मार्ग पर यातायात पूरी तरह ठप्प पड़ा है जिस कारण होली तहसील के लिए आवश्यक सामग्री की आपूर्ति ठप्प हो गई है। लोनिवि व प्रशासन व्यवस्था को सुधारने में ते जुटा है परंतु कैसे सुधारे इसका अवसर नहीं मिल पा रहा है क्योंकि बाधित स्थल पर भूस्खलन लगातार बढ़ रहा है।
उक्त स्थल पर पहाड़ी की बड़ी व मोटी परत खिसक कर रावी नदी में धंस रही है जिससे सड़क व इसके ऊपरी भाग की वन भूमि को भारी नुकसान हो रहा है। अगर यह भूस्खलन यूं ही जारी रहा तो यह इस क्षेत्र के लिए बड़ी समस्या बन सकता है।
गत दिवस इस स्थल पर सड़क बहाल करने के प्रयास के दौरान पोकलेन मशीन के ऑपरेटर पर पत्थर आ गिरे जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया। जबकि वहां तैनात मशीनरी भी क्षतिग्रस्त हो गई। उक्त स्थल पर लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण लोनिवि को कार्य करने में भी असुविधा व जोखिम का सामना करना पड़ रहा है।
चम्बा-होली सड़क मार्ग अवरद्ध हो जाने के कारण इस घाटा में आवश्यक सामग्री पहुंचाने के लिए अब भरमौर से होली वाया सियूंर सड़क का उपयोग किया जा रहा है। सामान ढुलाई के लिए सियूंर में रावी नदी पर बने लकड़ी के पुल का उपयोग आरम्भ हो गया जिस कारण इस पुल पर दबाव बढ़ गया है व पुल को क्षति पहुंचने लगी है। प्रशासन ने पुल की सुरक्षा के लिए अब इस पर से लदे हुए वाहनों का आवागमन रोक दिया है। इस पुल के भी क्षतिग्रस्त हो जाने की स्थिति में होली घाटी में आपात स्थिति में एम्बूलेंस व अग्निशमन वाहन तक नहीं पहुंच पाएंगे।
उपमंडलाधिकारी भरमौर कुलबीर सिंह राणा ने कहा कि घाटी में व्यवस्थाएं बनाए रखने के लिए हर सम्भव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि घाटी में खाद्य सामग्री की रोजाना आपूर्ति के लिए भरमौर वाया सियूंर सड़क मार्ग का उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सियूंर पुल की सुरक्षा के दृष्टिगत इस पर से केवल घोड़े खच्चरों के माध्यम से सामग्री ढोई जा रही है। पुल पर से भारी वाहनों की आवाजाही रोकने के लिए पुलिस तैनात की गई है।
अधिशासी अभियंता लोनिवि भरमौर मीत कुमार ने कहा कि खड़ामुख में बाधित स्थल पर सड़क बहाल करने के लिए विभाग दिनरात प्रयायरत है परंतु पहाड़ी से लगातार भूस्खलन के कारण कार्य करने में जोखिम बना हुआ है। उन्होंने कहा कि कुछ कर्मचारी कार्य करते समय घायल भी दो चुके हैं। अधिशासी अभियंता ने कहा कि मौसम साफ पर कार्य की गति में तीव्रता आ सकती है।
गौरतलब है कि चम्बा से भरमौर उपमंडल को जोड़ने के लिए एक मात्र सड़क मार्ग है वहीं होली घाटी को भी शेष विश्व से जोडने के लिए एक मात्र सड़क मार्ग है जोकि एक सप्ताह से अवरुद्ध है। इस घाटी को भरमौर मुख्यालय से जोड़ने के लिए रावी नदी पर सियूंर नामक स्थान पर बस योग्य पुल स्वीकृत है परंतु कई दशकों से इस पुल का निर्माण भी नहीं हो रहा जिस कारण होली घाटी को वैकल्पिक सड़क मार्ग नहीं मिल पा रहा। इसके अतिरिक्त होली को उतराला से जोड़ने सड़क का निर्माण हो गया होता तो घाटी के लोगों को यह संकट न झेलना पड़ता।
ग्राम पंचायत सियूंर के उपप्रधान पवन कुमार बताते हैं कि सियूंर में रावी नदी पर पुल निर्माण की मांग लोग वर्षों से कर रहे हैं परंतु सरकार कोई सक्रियता नहीम दिखा रही है। उन्होंने कहा कि सियूंर का लकड़ी से बना पुल हर आपदा के समय खास बन जाता है । प्रशासन को भी इसकी सुरक्षा के महत्तव का तभी पता चलता है जब ऐसी आपदा सामने आती है। उन्होंने कहा कि सरकार ने समय रहते यहां स्वीकृत पुल का निर्माण कर लिया होता तो हजारों लोगों को आज समस्या का सामना न करना पड़ता।
सियूंर में स्वीकृत मोटरेबल पुल निर्माण के बारे में उपमंडलाधिकारी भरमौर बताते हैं कि उक्त पुल के फैब्रीकेशन का कार्य पूरा हो चुका है। खड़ामुख में बाधित सड़क के बहाल होने पर उसे पुल निर्माण स्थल तक पहुंचाने का कार्य आरम्भ हो जाएगा।
बहरहाल होली घाटी के लोगों के लिए यातायात बहाली के लिए प्रयास जारी हैं लेकिन तमाम प्रयासों व योजनाओं को देखकर आभास होता है कि क्षेत्र में चलताउ तरीके से कार्य किए जा रहे हैं। निर्माण कार्यों के पूरा होने के नियमों को कड़ाई से लागू नहीं करवाया जाना इसके बड़े कारणों में से एक है।