घोघड़, चम्बा 16 मार्च : हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी ग्रामीण क्षेत्रों में गांव की संरचना बेहद घनी होती है अधिकांश पुराने घर लकड़ी से बने हैं। इन गांवों में आगजनी की घटना होने पर नुकसान करीब- करीब सौ प्रतिशत हो जाता है। क्योंकि इन गांव प्राक्कलन के अनुसार नहीं बसे होते इसलिए इनके बीच से सड़कें भी न गुजरती इसलिए आवश्यकता पड़ने पर अग्निशमन वाहन घटना स्थल पर नहीं पहुंच पाते और आगजनी से भारी नुकसान हो जाता है। पहाड़ी क्षेत्र के इन्हीं गांवों को आगजनी के खतरे से बचाने के लिए भरमौर पांगी विस विधायक जनक राज ने हर गांव को आगजनी से सुरक्षा की महत्वाकांक्षी परियोजना तैयार कर सरकार से पास करवाई है।
विधायक डॉ जनक राज ने कहा कि हमारी विस के गांवों में घर लकड़ी के बने हैं व एक दूसरे से सटे हुए होते हैं ऐसे में आगजनी की घटना में पूरे गांव को खतरा उत्पन्न हो जाता है। उन्होंने कहा कि गांव की पेयजल पाईपलाईन में भी इतना पानी नहीं होताकि समय रहते आग पर काबू पाया जा सके । इसलिए उन्होंने हर गांव के बीच ही हाईड्रेंट बनवाने की योजना तैयार कर जल शक्ति विभाग से विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करवा कर सरकार से इसके लिए 23.14 करोड़ रुपये स्वीकृत करवा लिए हैं। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही भरमौर व मैहला उपमंडल के गांवों को यह सुविधा प्रदान की जाएगी।
भरमौर विकास खंड की तहसील होली की ग्राम पंचायत कुलेठ, होली, गरोला, दियोल व इनके आजपास के गांवों में 7.05 करोड़ की लागत से 12 हाईड्रेंट युक्त अग्निशमन प्रणाली स्थापित की जाएगी।
विकास खंड मैहला का विभिन्न ग्राम पंचायतों में 7.53 करोड़ की लागत से 23 हाईड्रेंट युक्त अग्निशमन प्रणाली स्थापित की जाएगी।
विकास खंड भरमौर की इसी तहसील की ग्राम पंचायत कुगती, घरेड़, पूलिन,बड़ग्रां, तुंदाह और इसके आसपास की पंचायतों को 8.56 करोड़ की लागत से विभिन्न स्थानों पर 53 हाइड्रेंट अग्निशमन प्रणाली से सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
विस में विपक्ष में होने का बावजूद जनक राज अपने विस क्षेत्र के विकास से जुड़ी कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को सरकार से पास करवा चुके हैं।