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घोघड़, चम्बा, 29 नवम्बर : आपने देखा होगा कि विकास कार्यों की घटिया गुणवत्ता को सामान्य नागरिक भी आसानी से ताड़ लेता है परंतु जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों की नजर इन पर नजर नहीं पड़ती भले ही वे वहां से कई बार गुजर चुके हों ।

ऐसा ही कुछ माजरा आज भरमौर मुख्यालय में देखने को मिला जब स्थानीय विधायक डॉ जनक राज पुराना बस अड्डा पर बने सार्वजनिक शौचालय पर कई बार ताले लटके रहने की जांच करने पहुंचे थे।

घोघड़ जब मौके पर पहुंचा उस समय विधायक जनक राज पुराना बस अड्डा के पास बने शौचालय इकाइयों की जांच कर रहे थे । इस दौरान वहां लोनिवि के कनिष्ट अभियंता(जेई) धनी राम व ठेकेदार भी मौजूद था विधायक डॉ जनक राज ने लोनिवि के जे ई  से शौचालय को चालू न किए जाने का कारण पूछा तो जेई ने कहा कि शौचालय इकाइयों का कार्य अभी पूरा नहीं हुआ है। जिस पर उन्होंने कनिष्ठ अभियंता से शौचालय इकाइयों के निर्माण कार्य की ड्राईंग दिखाने को कहा ताकि कार्य की तकनीकी स्थिति जांच की जा सके। इस पर कनिष्ठ अभियंता धनी राम ने बताया कि जब ठेकेदार कार्य कर रहा था तब वह मणिमहेश यात्रा ड्यूटी पर था। ऐसे में इस निर्माण से जुड़ी ड्राइंग उसके पास नहीं है। अब प्रश्न उठता है कि लोनिवि ने बिना अपने अभियंता की निगरानी के यह ढांचा क्यों निर्मित होने दिया जबकि विभागीय उच्चाधिकारी हर रोज यहां से गुजरते हुए इस निर्माण कार्य को देखते हुए ही गुजरते रहे हैं।

विभागीय जेई के तर्कों व शौचालय इकाइयों की स्थिति पर विधायक ने कहा कि वे मणिमहेश यात्रा के बाद निर्मित हुए सार्वजनिक शौचालय के इस ढांचे पर लटके तालों को कई दिनों से देख रहे थे । बस अड्डा के पास शौचालय होना बेहद आवश्यक है। यात्रियों विशेषकर महिलाओं को यहां यहां शौच के लिए समस्या का सामना करना पड़ा रहा है।

उन्होने कहा कि आठ लाख रुपये की राशि खर्च किए जाने के बावजूद यहां बनाई शौचालय इकाइयों का आकार इतना छोटा है कि दुबले पतले व्यक्ति को भी भीतर घुसने में परेशानी होगी । शौचालय तक पहुंचने के लिए सीढ़ियां नहीं बनीं हैं । शौचालय में बदबू को बाहर निकालने के लिए न तो रेचक पंखे व न ही रोशनी की व्यवस्था की गई है। ठेकेदार ने केवल टॉयलेट सीट की संख्या पूरी करने का कार्य किया है जबकि सार्वजनिक शौचालय के केबिन क्षेत्र के लिए निर्धारित मापदंडों का जरा सा भी पालन नहीं किया गया है। इस अवसर कुछ लोगों ने विधायक से इसकी बनी समतल छत पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि बर्फ के भार के कारण यह छत भी गिर जाएगी जिससे किसी को चोट भी लग सकती है।

डॉ जनक राज ने विभागीय कनिष्ठ अभियंता को निर्दे्श दिए कि इस कार्य को ड्राइंग को अनुरूप दुबारा तैयार करवाकर पुनः निरीक्षण करवाएं उसके बाद ही ठेकेदार की पेमंट जारी की जाए।

कनिष्ठ अभियंता ने कहा कि अभी तक इस कार्य की पेमेंट जारी नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि कार्य को मापदंडों के अनुरूप करवाया जाएगा।

पुराना बस अड्डा पर यात्रियों के लिए शौचालय की मांग लोग वर्षों से करते आ रहे हैं। इस वर्ष स्थानीय प्रशासन ने मणिमहेश यात्रा के दौरान इस स्थान पर करीब 08.00 लाख रुपयों की लागत से लोनिवि के माध्यम से शौचालय की 10 इकाइयां निर्मित करने का फैसला लिया था। विभाग ने कार्य ठेके पर दे दिया। मणिमहेश यात्रा पूरी होने के दो माह बाद भी इन शौचालयों के ताले न खुले तो लोगों ने इसकी शिकायत स्थानीय विधायक के समक्ष की।
गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजमार्ग क्षेत्र में शौचालय निर्माण करवाकर प्रशासन ने गलती कर दी है। क्योंकि कुछ समय बाद एनएचएआई अपने सीमा क्षेत्र में बने तमाम निर्माणों को उखाड़ देगा। ऐसे में लाखों रुपए खर्च करके बने यह शौचालय भी उखाड़ दिए जाएंगे जिससे आम लोगों के टैक्स का धन बेकार हो जाएगा। दूसरी गलती शौचालय निर्माण को निर्धारित समय सीमा तैयार नहीं किया गया । मणिमहेश यात्रा के दौरान व उसके बाद अब तक यात्रियों को शौच के लिए उचित स्थान नहीं मिलता है।


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