घोघड़, भरमौर (चम्बा) 18 फरवरी : जनजातीय मुख्यालय भरमौर के सचूईं गांव के पास खेतों में एक लोमड़ी का सिर प्लास्टिक कैन में अटक गया। तमाम प्रयासों के बावजूद वह इससे मुक्त नहीं हो पा रही थी। सचूईं गांव के जॉन सुशील वशिष्ट ने लोमड़ी की इस दशा से मुक्त करने का प्रयास किया गया परंतु लोमड़ी के आक्रमक होने के कारण वे इसमें सफल नहीं हो पा रहे थे । जॉन वशिष्ट ने कहा कि विधायक डॉ जनक राज को इस बारे में जानकारी दी गई जिसके बाद वन्यप्राणी संरक्षण विभाग के कर्मचारियों ने लोमड़ी को प्लास्टिक कैन से मुक्त किया गया।
वन्य प्राणी संरक्षण विभाग का मानना है कि कस्बाई क्षेत्र के लोग बचे हुए भोजन के आस-पास ही कूड़ेदानों या खुले में फेंक देते हैं । वन्यप्राणी इसकी गंध को पाकर कस्बों व गांवों के आसपास मंडराते रहते हैं। ऐसे में वे खुले में पड़े प्लास्टिक कैन व अन्य बर्तनों में भी भोजन को तलाशते रहते हैं। कैन में भोजन तलाशने के प्रयास में ही इस लोमड़ी का सिर इसमें फंस गया होगा। विभाग का कहना है कि बचा हुआ भोजन, स्लॉटर हाऊस, मीट शॉप से बचे या खराब हुए मांस के टुकड़े खुले में फेंकने पर छोटे ही नहीं अपितु भालु, तेंदुए जैसे हिंसक पशु भी रिहायशी क्षेत्रों की ओर आकर्षित होने लगते हैं जिससे मनुष्यों को भारी जोखिम उत्पन हो जाता है। लोगों को ऐसा करने पर रोकथाम करनी होगी।