घोघड़, बिलासपुर, 11 अप्रैल : मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को नई दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से बिलासपुर जिले के लिए आठ महत्वपूर्ण विकासात्मक परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इन परियोजनाओं से न केवल पर्यटन और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि हरित ऊर्जा के क्षेत्र में भी नया आयाम स्थापित होगा।
मुख्यमंत्री ने कोल डैम में जल क्रीड़ा गतिविधियों की शुरुआत की घोषणा की, जिससे क्षेत्र में साहसिक पर्यटन को बल मिलेगा। साथ ही, 70 लाख रुपये की लागत से बने 110 किलोवाट क्षमता के सोलर रूफटॉप प्लांट का लोकार्पण किया गया। यह प्लांट बिलासपुर के उपायुक्त कार्यालय को प्रदेश का पहला हरित कार्यालय बना देगा।
मुख्यमंत्री ने आगे 4.5 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित शहरी आजीविका केंद्र, 40 लाख की लागत से चार स्पेस लैब्स, और 2.5 करोड़ की लागत से मॉडल करियर सेंटर को भी जनता को समर्पित किया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचल को देश की पर्यटन राजधानी बनाने की दिशा में प्रतिबद्ध है। राज्य में 2400 करोड़ रुपये की लागत से नए पर्यटन स्थल विकसित किए जा रहे हैं। पहले चरण में आधुनिक वैलनेस सेंटर बनाए जाएंगे। इसके अलावा, तीन से सात सितारा श्रेणी के 200 होटल विकसित करने के लिए निजी क्षेत्र को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
श्री नैना देवी मंदिर क्षेत्र में सुविधाओं के उन्नयन हेतु 100 करोड़ और धर्मशाला में 200 करोड़ की लागत से अत्याधुनिक कन्वेंशन सेंटर का निर्माण भी प्रस्तावित है। वहीं, गोविंद सागर झील सहित अन्य जलाशयों में क्रूज़, हाउस बोट, जेट स्की जैसी जल पर्यटन सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने इन परियोजनाओं के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सोलर रूफटॉप प्लांट से हर साल लगभग 10 लाख रुपये की बिजली की बचत होगी। इसके साथ ही शहरी आजीविका केंद्र युवाओं को रोजगार, कौशल विकास और स्वरोजगार से जोड़ने में मदद करेगा।
इस अवसर पर विधायक सुंदर सिंह ठाकुर, पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर, तिलक राज, बंबर ठाकुर सहित कई जनप्रतिनिधि, कांग्रेस नेता और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।