घोघड़, चम्बा 31 दिसम्बर : आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् संगठनात्मक जिला चंबा की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में पूर्व में हुए कार्यक्रम व अभियानों की प्रगति व परिणामों की समीक्षा की गई और साथ ही आगामी कार्यक्रमों को लेकर रूपरेखा भी तैयार की गई। बैठक में मुख्य रूप से क्षेत्र में बढ़ रही नशाखोरी पर रोकथाम को लेकर एक समिति के गठन को लेकर योजना भी बनाई गई। जिसमें विद्यार्थी परिषद् के माध्यम से एक समिति का गठन भी किया गया जिसका मुख्य आधार समाज के प्रबुद्ध वर्ग के समन्वय से क्षेत्र में नशे की समस्या को जड़ से मिटाने का आह्वान किया गया।
संगठन के जिला संयोजक विवेक चाड़क ने कहा की व्यक्ति और समाज को नशीले पदार्थ और लतों से मुक्त कराना इस समय सबका दायित्व बन चुका है। नशा मुक्ति अभियान एक ऐसी पहल है जो हमें स्वस्थ, सक्षम और समर्थ समाज की दिशा में ले जाती है।आज के समय में नशा एक ऐसी समस्या बन गई है जिसका प्रभाव व्यक्ति, परिवार और समाज के सभी स्तरों पर दिखाई पड़ता है। ये अभियान पूरे हिमाचल प्रदेश में विद्यार्थी परिषद द्वारा चलाया जा रहा है । इस अभियान का उद्देश्य न केवल में नशीली दवाइयों और पदार्थों के सेवन को रोकना बल्कि हर नागरिक को एकजुट कर नशा के खिलाफ जागरूक करना भी है।
उन्होंने कहा कि हमारी युवा पीढ़ी ही हमारे देश का भविष्य है। इस पीढ़ी के स्वस्थ व शिक्षित होने पर देश की मजबूती निर्भर करती है। परंतु जिस तरह से हमारा देश विकास कर रहा है लोगों के रहन-सहन का तरीका भी बदल गया है। युवा वर्ग के मन में यह धारणा यह हो गई है कि नशीले पदार्थ हाई सोसाइटी का फैशन हैं। युवा वर्ग शराब , तंबाकू व अन्य प्रकार के नशीले पदार्थों के सेवन करने में शान समझने लगा है।व्यक्ति शुरू में तो इन नशीले पदार्थों के सेवन से आनंद महसूस करता है, लेकिन निरंतर उपयोग के चलते उस व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक बीमारियां झेलनी पड़ती है। नशा करने वाले को जबतक इसके दुष्प्रभावों का पता चलता है तबतक वह इसका आदी हो चुका होता है फिर चाह कर भी वह इन लतों से छुटकारा नहीं पा पाता है।
बैठक में जिला स्तरीय बैठक में प्रांत संगठन मंत्री गौरव अत्री व विभाग संगठन मंत्री अमित कुमार सहित जिला चंबा की सभी इकाईयों से दायित्ववान कार्यकर्ता उपस्थित रहे।