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घोघड़ न्यूज, चम्बा 27 अगस्त : मणिमहेश यात्रा की अभिलाषा लिए श्रद्धालु वर्ष भर इस यात्रा का बेसब्री से इंतजार करते हैं। भरमौर क्षेत्र की बर्फीली पर्वतमाला में स्थित मणिमहेश कैलाश की तलहटी में स्थापित डल झील में स्नान के लिए श्रद्धालु जून माह से यहां पहुंचना आरम्भ कर देते हैं। जबकि प्रशासनिक तौर यह यात्रा जन्माष्टमी व राधाष्टमी के पर्व पर दो चरणों के स्नान में पूर्ण होती है। इन दोनों महत्वपूर्ण अवसरों पर एक साथ लाखों श्रद्धालु इस डल झील में स्नान करते हैं। यात्रा की इस अवधि में श्रद्धालुओं के लिए प्रशासनिक व्यवस्थाएं की जाती हैं ।

मणिमहेश झील में इस वर्ष जन्माष्टमी स्नान 06 सितम्बर से 07 सितम्बर तक होगा। भरमौर के प्रसिद्ध ज्योतिष पं. ईश्वर दत्त बताते हैं कि इस वर्ष जन्माष्टमी पर्व 06 सितम्बर दिन बुधवार को दोपहर बाद 03ः35 बजे से आरम्भ होगा जोकि 07 सितम्बर दिन वीरवार दोपहर बाद 04ः11 बजे तक जारी रहेगा । इस अवधि में मणिमहेश झील में स्नान विशेष फलदायी है। उन्होंने कहा कि इस अवधि में किया गया कोई भी कार्य फलदायी व निर्विघ्न होता है।

पहले चरण की मणिमहेश यात्रा इस समय आरम्भ हो चुकी है प्रतिदन सैकड़ों श्रद्धालु मणिमहेश यात्रा कर रहे हैं।मणिमहेश यात्रियों के ऑनलाईन पंजीकरण की प्रक्रिया आरम्भ हो चुकी है जबकि ऑफलाईन पंजीकरण प्रक्रिया अभी आरम्भ नहीं हुई है। चूंकि इस वर्ष यह स्नान सितंम्बर माह में होंगे इस लिए इसे ठंडा न्हौण कहा जाता है क्योंकि सितम्बर माह से भरमौर क्षेत्र में सर्दियों का आगमन हो जाता है । ठंडा न्हौण होने के कारण माना जा रहा है कि अधिकतर श्रद्धालु राधाष्टमी से पूर्व जन्माष्टमी पर्व पर ही स्नान को महत्व देंगे। ऐसे में जन्माष्टमी पर्व पर श्रद्धालुओं की संख्या में भारी बढ़ौतरी होने की सम्भावना है।


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