चम्बा 25 जुलाई : भरमौर मुख्यालय के साथ सटे मलकौता गांव में आज सुबह एक मादा भालू ने खेत में काम कर रहे युवक पर हमला कर उसे बुरी तरह घायल कर दिया। नागरिक अस्पताल भरमौर में उपचार के उपरांत उसे क्षेत्रीय अस्पताल चम्बा रैफर कर दिया है। चिकित्सकों के अनुसार युवक की हड्डियों में फ्रैक्चर हुआ है जिस कारण उसे चम्बा रैफर किया गया है।
प्राप्त जानकारी अनुसार मलकौता गांव का 19 वर्षीय पारुल पुत्र पवन कुमार अपने परिवारिक सदस्यों के साथ गांव से कुछ दूरी पर स्थित अपने खेतों में कार्य कर रहा था इस दौरान खेत के निचले भाग से एक भालू ने मेंड के पास काम में जुटे पारुल पर हमला कर दिया । अचानक हुए हमले में पारुल की नैसर्गिक प्रतिक्रिया ने भालू के मुंह पर कुदाल दे मारी। इस दौरान वहीं पास में काम कर रहे उनके परवारिक सदस्यों ने भी शोर मचाते हुए भी भालू पर हमला कर दिया जिससे भालू वहां से भाग गया। पारुल ने कहा कि भालू के साथ उसके दो बच्चे भी थे।
उधर इस संदर्भ में ग्रामीणों ने वन विभाग से मांग की है कि वे भालुओं को रिहायशी क्षेत्र से दूर करें क्योंकि इससे मानव जीवन खतरे में है। भालुओं के भय के कारण लोग अपने खेतों में काम भी नहीं कर पा रहे हैं। लोगों की मांग पर पंचायत प्रधान सचूईं संजीव ठाकुर ने वन विभाग से इस मामले में जल्द कार्यवाही कर लोगों को सुरक्षित करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मलकौता भरमाणी मंदिर मार्ग के आस पास सेब के बगीचों में यह मादा भालू अपने बच्चों के साथ घूमती देखी गई है। लोगों में भालू से भय का माहौल है। पुलिस ने भी घायल पारुल व परिवार के सदस्यों के ब्यान दर्ज कर जांछ आरम्भ कर दी है।
इस बारे में वन मंडल अधिकारी भरमौर नरेंदर ठाकुर ने कहा कि भालू के हमले में घायल युवक को चिकित्सकों की रिपोर्ट के अनुसार अगर गम्भीर चोटें आईं हैं तो विभाग 70 हजार रुपये की राहत राशि प्रदान करेगा। उन्होंने लोगों को भालुओं से सचेत रहने को कहा । उन्होंने कहा कि भालु अपना क्षेत्र नहीं छोड़ते हैं इसलिए लोगों उनके क्षेत्र में अकेले नहीं जाना चाहिए। वहीं गांव के आसपास जूठा व बचा हुआ भोजन भी न फैंकें। वन मंडल अधिकारी ने कहा कि खेतों में काम करते समय भी बातचीत करते रहें या कोई तेज आवाज में संगीत बजाएं।