घोघड़, शिमला, 03 मई : शिमला शहर में दिन-प्रतिदिन बढ़ते यातायात दबाव और ट्रैफिक जाम की गंभीर होती समस्या को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने आम जनता से सुझाव आमंत्रित किए हैं। शहर की यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के उद्देश्य से उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप के निर्देशानुसार यह पहल की गई है। नागरिक अपने सुझाव 10 मई 2025 तक उपायुक्त कार्यालय में लिखित रूप में या ईमेल admlo-sml-hp@nic.in पर भेज सकते हैं।
प्रशासन ने आम लोगों से खास तौर पर स्पीड कंट्रोल, रेड लाइट्स की व्यवस्था, सर्कुलर रोड पर वन-वे ट्रैफिक, प्रमुख चौराहों पर स्टॉपेज, ट्रैफिक जाम से राहत तथा भारी वाहनों के नियमन को लेकर सुझाव देने की अपील की है। इसके अलावा स्कूल बसों और टैक्सियों के संचालन को लेकर भी राय मांगी गई है। एडीएम लॉ एंड ऑर्डर की अध्यक्षता में गठित विशेष समिति प्राप्त सुझावों पर रिपोर्ट तैयार करेगी।
उपायुक्त अनुपम कश्यप ने बताया कि वर्तमान में शिमला में कुल चार मुख्य मार्गों के माध्यम से वाहन शहर में प्रवेश करते हैं, जो सभी अंततः सर्कुलर रोड से जुड़ते हैं। सर्कुलर रोड पर ही शहर के प्रमुख लोग, अधिकारी, स्कूली बच्चे, पर्यटक और कारोबारी रोजाना आवाजाही करते हैं, जिससे यह मार्ग अत्यधिक व्यस्त हो गया है। शहर में कुछ सड़कों पर पहले ही परमिट के बिना वाहन चलाना प्रतिबंधित है, लेकिन इसके बावजूद सर्कुलर रोड पर ट्रैफिक का बोझ लगातार बढ़ रहा है।
वाहनों की स्थिति:
वर्तमान में शिमला शहर, शिमला ग्रामीण और आरटीओ शिमला क्षेत्र में कुल 1,21,437 वाहन पंजीकृत हैं। इसके अलावा प्रदेशभर से प्रतिदिन लगभग 50,000 अतिरिक्त वाहन शिमला में प्रवेश करते हैं। रोजाना शहर में 5 से 6 हजार वाहन चलते हैं, जिससे प्रमुख चौराहों और टनलों जैसे बालूगंज, विक्ट्री टनल, ढली चौक, एमएलए क्रॉसिंग, शोघी बाजार, संजौली चौक, तारा हॉल, नियर लिफ्ट और खलीनी चौक पर जाम की स्थिति बनी रहती है।
जिला प्रशासन का उद्देश्य है कि आमजन की भागीदारी से एक प्रभावी और व्यावहारिक यातायात योजना तैयार की जा सके, जिससे शिमला शहर को ट्रैफिक जाम से निजात मिल सके।