घोघड़, चम्बा 28 दिसम्बर : शीत काल के पहले हिमपात ने चम्बा जिला के लोगों को राहत पहुंचाई है। नवम्बर माह से हिमपात का इंतजार कर रहे लोगों के लिए आज मौसम बर्फ की सौगात लेकर आया तो लोगों ने भी दिल खोलकर इसका स्वागत किया। जनजातीय क्षेत्र भरमौर के ऊंचाई पर स्थित ग्रामीण भागों कुगती, बलमुईं, चोबिया, खुंड, सुप्पा, पूलिन,मलकौता, गरीमा, बाहलो, उल्लांसा, ककरी, गुआड़ी, चन्हौता, कुआरसी, लामू, तिल्ला, कलाह इत्यादि गांवों में करीब डेढ फुट हिमापात दर्ज किया गया है जबकि भरमौर मुख्यालय में नौ इंच तक ताजा हिमपात दर्ज किया गया है।
हिमपात के बाद किसानों-बागवानों ने राहत की सांस ली है। सितम्बर माह के बाद से वर्षा अथवा हिमपात का इंतजार कर रहे किसानों-बागवानों ने आज प्रसन्नता व्यक्त की है। किसानों-बागवानों का कहना है कि इस हिमपात के बाद अगले वर्ष गेहूं व सेब की पैदावार बेहतर होने की सम्भवना बढ़ गई है।
हिमपात के बाद एक ओर किसानों बागवानों को भले ही राहत पहुंची है परंतु यह अपने साथ कई प्रकार की मुसीबतें भी साथ लेकर आया है। हिमपात के बाद क्षेत्र में बिजली की आंख मिचौनी आरम्भ हो गई है। तारों पर बर्फ के भार से इनमें शार्टसर्किट हो रहा है जिससे क्षेत्र में बिजली सेवा प्रभावित हो रही है।
यातायात व्यवस्था पर जला प्रशासन ने स्टेटस रिपोर्ट जारी करते हुए चम्बा भरमौर सड़क मार्ग को बहाल बताया परंतु भरमौर से लाहल के बीच यातायात बंद है। सड़क पर फिसलन के जोखिम को देखते हुए चालकों ने वाहन अभी सड़क पर नहीं उतारे हैं। इसके अलावा क्षेत्र के सम्पर्क मार्गों पर भी यातायात बंद है।
क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था अभी तक निर्बाध जारी है परंतु कल सुबह भूमिगत न की गई पेयजल पाईपों में पानी जमने की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
बहरहाल प्रशासन ने लोगों को अनावश्यक बाहर न जाने की अपील की है ताकि घरों की छतों से बर्फ की सिल्लियों, व हिमसख्लन से बचा जा सके।