घोघड़, ऊना, 5 मई : जिला ऊना की बाल कल्याण समिति की त्रैमासिक बैठक सोमवार को उपायुक्त जतिन लाल की अध्यक्षता में उनके कार्यालय कक्ष में आयोजित की गई। बैठक में बाल संरक्षण और बच्चों के हित से जुड़ी विभिन्न योजनाओं और गतिविधियों की समीक्षा की गई।
उपायुक्त जतिन लाल ने समिति के कार्यों की सराहना करते हुए निर्देश दिए कि बच्चों से संबंधित कोई भी मामला सामने आते ही उसे तुरंत समिति के संज्ञान में लाया जाए ताकि समय रहते उचित कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा कि बच्चों की सुरक्षा और भलाई सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी।
बैठक के दौरान बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष मीनाक्षी राणा ने जानकारी दी कि फोस्टर केयर और स्पॉन्सरशिप योजना के अंतर्गत अब तक 41 बच्चों को सहायता दी गई है। जिले में वर्तमान में प्रेम आश्रम तथा विशेष विद्यालय एवं बाल संरक्षण संस्थान सहित दो बाल देखभाल संस्थान कार्यरत हैं, जो समूर कलां में स्थित हैं। समिति इन संस्थानों का हर महीने दो बार निरीक्षण करती है ताकि वहां बच्चों की देखभाल और संचालन में गुणवत्ता बनी रहे।
इसके अतिरिक्त, इन संस्थानों में बच्चों को अच्छे संस्कार, मूल्य और जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए जागरूकता शिविरों का आयोजन भी किया जाता है। समिति द्वारा पॉक्सो एक्ट, जेजे एक्ट, बाल विवाह निषेध कानून सहित विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत स्कूलों में जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं।
बैठक में जिला बाल संरक्षण अधिकारी कमलदीप सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी भी उपस्थित रहे।