घोघड़, धर्मशाला, 11 मार्च : राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायती राज संस्थाओं एवं शहरी निकायों के आगामी सामान्य चुनावों की तैयारियों को गति देने के उद्देश्य से मंगलवार को एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की। इस कार्यशाला की अध्यक्षता राज्य निर्वाचन आयुक्त अनिल खाची ने की। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025-26 में संभावित इन चुनावों के लिए आयोग ने पहले से ही योजनाबद्ध तैयारियां शुरू कर दी हैं।
कार्यशाला में आयुक्त ने जानकारी दी कि चुनाव प्रक्रिया को अधिक सुव्यवस्थित बनाने के लिए आयोग ने एक नई इन्वेंटरी मैनेजमेंट एप्लीकेशन विकसित की है। इस एप्लीकेशन के माध्यम से मतदान दलों को मतपेटियां क्यूआर कोड स्कैन करके वितरित की जाएंगी। साथ ही, अन्य चुनावी सामग्री का भी वितरण इसी प्रणाली के तहत किया जाएगा।
आयुक्त ने निर्देश दिए कि निर्वाचन भंडारगृह की सफाई सुनिश्चित की जाए तथा पुराने अभिलेखों को नियमानुसार नष्ट किया जाए। उन्होंने बताया कि मतपेटियों की मरम्मत कार्य पूरा कर लिया गया है और अब उनकी पेंटिंग, ऑइलिंग और ग्रीसिंग का कार्य प्रगति पर है। प्रत्येक मतपेटी को क्यूआर कोड के माध्यम से एक विशिष्ट पहचान दी जाएगी।
राज्य निर्वाचन आयोग ने जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि वार्डबंदी, मतदाता सूचियों के अद्यतन और आरक्षण प्रक्रिया का पालन सुनिश्चित किया जाए। साथ ही, इनसे संबंधित सूचनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए ताकि आम जनता जागरूक हो सके। इसके लिए नोटिस बोर्ड, होर्डिंग्स, बैनर और लाउडस्पीकर का उपयोग करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
जिला प्रशासन को यह भी निर्देश दिया गया कि पंचायती राज संस्थाओं के पुनर्गठन के बाद वार्डों के निर्धारण और आरक्षण की प्रक्रिया को 30 जून तक पूरा किया जाए। चुनाव के समय जिला मुख्यालयों और विकास खंड स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित करने के आदेश भी दिए गए, ताकि निर्वाचन से संबंधित किसी भी समस्या का त्वरित समाधान किया जा सके।
इसके अतिरिक्त, राज्य निर्वाचन आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत निर्वाचन आयोग और राज्य निर्वाचन आयोग अलग-अलग संस्थाएं हैं और दोनों की मतदाता सूचियां भी भिन्न होती हैं। स्थानीय निकाय चुनावों में मतदान करने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग की सूची में नाम होना अनिवार्य है। केवल मतदाता पहचान पत्र होना मतदान के लिए पर्याप्त नहीं होगा। इसलिए, जब भी मतदाता सूची का प्रारूप प्रकाशित किया जाए, नागरिकों को अपने और अपने परिवार के नामों की जांच अवश्य करनी चाहिए।
इस कार्यशाला के दौरान उपायुक्त हेमराज बैरवा ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और आश्वासन दिया कि राज्य निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जाएगा। राज्य निर्वाचन आयोग के महाजन निर्वाचन अधिकारी संजीव कुमार महाजन ने कार्यशाला में निर्वाचन प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की।
इस अवसर पर एडीसी विनय कुमार, जिला पंचायत अधिकारी नीलम कटोच, विभिन्न उपमंडलों के एसडीएम, तहसीलदार और पंचायत निरीक्षक भी उपस्थित रहे।