घोघड़, नई दिल्ली, 29 मार्च : म्यांमार में 28 मार्च को आए विनाशकारी भूकंप के बाद भारतीय सेना ने तुरंत मानवीय सहायता अभियान शुरू किया है। इस अभियान को ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ नाम दिया गया है। इसके तहत भारतीय सेना एक विशेष चिकित्सा कार्य बल तैनात कर रही है, जो भूकंप प्रभावित लोगों को त्वरित चिकित्सा सहायता प्रदान करेगा।
इस मिशन का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कर्नल जगनीत गिल कर रहे हैं, जो शत्रुजीत ब्रिगेड मेडिकल रिस्पॉन्डर्स की 118 सदस्यीय टीम के साथ म्यांमार के लिए रवाना हो रहे हैं। टीम के पास आवश्यक चिकित्सा उपकरण और आपूर्ति मौजूद हैं। एयरबोर्न एंजेल्स टास्क फोर्स के प्रशिक्षित सदस्य आपदा प्रभावित क्षेत्रों में उन्नत चिकित्सा और शल्य चिकित्सा देखभाल प्रदान करेंगे।
ऑपरेशन के तहत सेना एक 60 बिस्तरों वाला चिकित्सा उपचार केंद्र स्थापित करेगी, जो आपातकालीन सर्जरी, ट्रॉमा के मामले और अन्य चिकित्सा सेवाएं प्रदान करेगा। इस कदम से आपदा प्रभावित क्षेत्रों में स्थानीय स्वास्थ्य सेवाओं को भी सहायता मिलेगी, जो भूकंप के कारण बुरी तरह प्रभावित हो चुकी हैं।
यह मानवीय सहायता भारत की ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति और ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के शाश्वत सिद्धांत को दर्शाती है। संकट की इस घड़ी में भारतीय सेना मित्र देशों के साथ खड़ी होकर यह साबित कर रही है कि भारत आपदा के समय सबसे पहले सहायता के लिए हाथ बढ़ाने वाला देश है।
इस त्वरित सहायता अभियान को विदेश मंत्रालय के साथ समन्वय करके चलाया जा रहा है और म्यांमार के अधिकारियों के साथ मिलकर स्थानीय स्तर पर साझेदारी की गई है।
भारतीय सेना का यह कदम न केवल मानवीयता का परिचायक है, बल्कि पड़ोसी देशों के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को भी उजागर करता है।