घोघड़, धर्मशाला 24 फरवरी : प्रदेश के जनजातीय क्षेत्र के विद्यार्थी जोकि हिमपात के कारण बाधित सड़क मार्ग के कारण अपने घर नहीं लौट पाए हैं उनकी परीक्षा करवाने का प्रबंध हिप्र स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा कर दिया गया है। शिक्षा बोर्ड द्वारा इस संदर्भ में प्रैस विज्ञप्ति जारी करके जानकारी दी गई है।
सचिव , हि ० प्र ० स्कूल शिक्षा बोर्ड ने प्रैस के नाम जारी वक्तव्य में बताया कि बोर्ड प्रशासन के ध्यान में आया है कि बहुत से परीक्षार्थी जो कि प्रदेश के जनजातीय क्षेत्र से सम्बन्ध रखते हैं, किन्हीं कारणों से अपने गृह क्षेत्र में वापस नहीं आ पाए हैं और उनको अपने आवंटित परीक्षा केन्द्रों में परीक्षा देने में समस्या आ रही है । बोर्ड द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि ऐसे परीक्षार्थी बोर्ड को सम्पर्क कर सकते हैं तथा वे जिस स्थान में फंसे है उनकी परीक्षा लेने का प्रबन्ध वहीं के नज़दीकी परीक्षा केन्द्र में किया जाएगा । ऐसे परीक्षार्थियों का विवरण यदि केन्द्र समन्वयक , अधीक्षक तथा उप – अधीक्षक के संज्ञान में आता है तो वह बोर्ड कार्यालय में सम्पर्क कर ऐसे परीक्षार्थियों को परीक्षा देने की अनुमति प्रदान कर दें ।
गौरतलब है कि पिछले दिनों हुए हिमपात के कारण पांगी घाटी का यातायात सम्पर्क देश के अन्य भागों से कट गया है। शीतकालीन अवकाश के दौरान घाटी से बाहर रह रहे विद्यार्थी सड़क मार्ग अवरुद्ध होने के कारण अपने घर नहीं लौट पाए है। ऐसे में उन विद्यार्थियों की वार्षिक परीक्षा न दे पाने की चिन्ता सताने लगी थी।
स्थानीय विधायक डॉ जनक राज ने घाटी के विद्यार्थियों की इस समस्या को हिप्र स्कूल शिक्षा बोर्ड के समक्ष रख कर इसका समाधान करने का मुद्दा उठाया था। डॉ जनक राज ने कहा “पाँगी घाटी के जो भी बच्चे अभी घाटी से बाहर हैं व जिनकी बोर्ड की वार्षिक परीक्षाएँ होनी है। रास्ता ख़राब होने की वजह से घाटी नहीं पहुँच सकते मैंने शिक्षा सचिव से बात करके उन बच्चों की परीक्षा चम्बा कुल्लू धर्मशाला जहाँ पर भी वह बच्चे हैं वहाँ पर करवाने का प्रावधान करवा दिया है।”
विधायक द्वारा समय रहते इस मुद्दे को शिक्षा बोर्ड के समक्ष उठाने व उसका समाधान करवाने के लिए लोगों ने आभार प्रकट किया है।