घोगड़ न्यूज चम्बा 08 सितम्बर : मणिमहेश यात्रा के साथ-साथ जनजातीय क्षेत्र में गुग्गा पीर के मेले का आयोजन किया गया। उपमंडल भरमौर में इस समय उत्सव का माहौल है एक ओर मणिमहेश यात्रा में हर दिन सैकड़ों लोग भगवान शंकर के जयकारों के साथ उमड़ रहे हैं तो वहीं भरमौर मुख्यालय स्थित चौरासी मंदिर परिसर में स्थानीय मेले से रौनक बनी हुई है।
इस सब से अलग भरमौर के चागुईं गांव में गुग्गा पीर की जातरें भी आयोजित की गई हैं। रक्षा बंधन पर्व पर अपने मंदिर से फेरी पर निकले गुग्गा पीर के प्रतीक को आज उनके मंदिर में पुनः स्थापित कर दिया गया।
गुग्गा पीर के उपासक चागुईं निवासी मस्तराम बताते हैं कि यह जातरें पंजपीरी देवी व गुग्गा देवता को समर्पित हैं। रक्षा बंधन के दिन गुग्गा पीर अपनी बहन पंजपीरी से राखी बंधवाने के लिए निकलते हैं। इस दौरान गांव की कन्याएं गुग्गा पीर के प्रतीक को राखी पहनाती हैं। इसके बाद जन्माष्टमी पर्व तक यह उनका प्रतीक मंदिर से बाहर फेरी पर निकाला जाता है । इस अवसर पर गांव के महिला पुरुष उनके समक्ष अपनी पारम्परिक नृत्य व लोकगीत परम्परा का निर्वहन करते हैं। मस्तराम बताते हैं कि बहन भाई के इस त्योहार को यहां बहुत धूमधाम से मनाया जाता है।