चम्बा, 02 अगस्त : मणिमहेश यात्रा संचालन के लिए प्रशासन ने व्यवस्था प्रक्रिया आरम्भ कर दी है। गत दिनों हुई भारी वर्षा के कारण हड़सर-मणिमहेश मार्ग कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गया था व इस पर बनी तीन पुलियों को भी क्षति पहुंची थी।
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उपमंडलाधिकारी भरमौर कुलबीर सिंह राणा ने कहा कि मणिमहेश यात्रा के लिए हड़सर से मणिमहेश तक घाटी के दोनों ओर से पैदल मार्ग की मुरम्मत कार्य लोनिवि द्वारा आरम्भ कर दिया गया । वहीं इस मार्ग पर सार्वजनिक नलों को भी स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त तक रास्ते व पेयजल की बहाली के निर्देश दोनों विभागों को दिए गए हैं।
जलशक्ति विभाग ने मणिमहेश के बीच अस्थाई दुकानों, लंगर सेवा, रात्री ठहराव व आवश्यक स्थानों पेय जल का प्रबंध करने के लिए करीब 10 लाख रुपये की लागत से पाईप लाईन बिछाने के लिए टैंडर प्रक्रिया पूरी कर ली है। उधर दूसरी ओर सहायक अभियंता लोनिवि विशाल चौधरी ने कहा कि हड़सर से मणिमहेश के बीच तीन अस्थाई पुलियों को क्षति होने के उपरांत उन्हें पुनः स्थापित किए जाने का कार्य आरम्भ कर दिया है। वहीं रास्ते की मुरम्मत के लिए भी टैंडर कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त तक यह कार्य पूरा कर लेने की सम्भावना है।
गौरतलब है कि इस मार्ग पर भूस्खलन व चट्टानों के गिरने के कारण लोगों के लिए जोखिम बन गया था। जुलाई माह में वर्षा के कारण मणिमहेश में फंसे 80 से अधिक यात्रियों को प्रशासन द्वारा बचाव अभियान चलाकर सुरक्षित निकालना पड़ा था। लिहाजा प्रशासन ने मणिमहेश यात्रा पर आगामी आदेशों तक रोक लगा रखी है। प्रशासनिक आदेशों के बाद मणिमहेश यात्रा पर अनिश्चित समय तक रोक लगी हुई है। अगर विभाग 15 अगस्त तक अपना कार्य पूरा कर लेते हैं तो प्रशासन फिर से ममिमहेश यात्रा पर लगी रोक को हटा सकता है।