चम्बा, 03 अगस्त : पंचायत समिति भरमौर की आज सामान्य बैठक अधिकारियों की अनुपस्थिति के कारण स्थगित कर दी गई। क्षेत्र के विकास कार्यों में महत्वपूर्ण योगदान देने वाली पंचायत समिति की आज त्रैमासिक बैठक का आयोजन होना था। बैठक के लिए सभी पंचायत समिति सदस्य भी लघुसचिवालय भरमौर पहुंच चुके थे लेकिन बैठक में उठने वाले मु्द्दों पर जबाव देने के लिए कोई सरकारी अधिकारी वहां नहीं पहुंचा था।
कुछ पंचायत समिति सदस्यों ने इसे अपमानजनक करार देते हुए कहा कि भरमौर क्षेत्र की जनता ने अपनी समस्याओं के समाधान करवाने के लिए उन्हें चुनकर सदन में भेजा है और यहां अधिकारी उनकी बात सुनने को तैयार नहीं हैं। उनका दुख इसलिए भी बढ़ जाता है कि सरकारी अधिकारी ही नहीं बल्कि इस क्षेत्र में कार्यरत विद्युत परियोजनाओं वाली कम्पनी के अधिकारी भी जनता द्वारा चुने प्रतिनिधियों की बात सुनने को तैयार नहीं। यह अपमान जनक ही नहीं पंचायती राज अधिनियमों की भी अवहेलना है।
पंचायत समिति अध्यक्ष परसी राम ने कहा कि बैठक के लिए न तो एजेंडा प्रेषित किया गया था व न ही इस मामले में कोई सूचना खंड विकास विभाग से पंचायत समिति सदस्यों को दी गई थी। उन्होंने कहा कि पंचायत समिति सदस्य जब बैठक हाल में पहुंचे तो कार्यवाही लिखने के लिए पंचायत सचिव को वहां भेजा गया था जिसके पास भी न तो पिछली बैठक की कार्यवाही व नये एजेंडे की कोई प्रति थी। ऐसी स्थिति में बैठक में किसी भी मुद्दे पर चर्चा होना मुश्किल था अतः समिति सदस्यों ने बैठक को स्थगित करने का फैसला लिया।
इस बारे में पंचायत समिति सदस्य भरमौर विक्रम ठाकुर कहते हैं कि सरकार को इस मामले की जांच करनी चाहिए कि सरकारी अधिकारी पंचायत समिति की बैठकों से क्यों किनारा कर रहे हैं और दोषी अधिकाीरियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए ।
बैठक में अधिकारियों की अनुपस्थिति के कारण विभिन्न विकास कार्यों से सम्बंधित किसी भी प्रश्न का समाधान होना मुश्किल था जिस कारण बैठक को स्थगित कर दिया गया। गौरतलब है कि पिछले तीन वर्षों से लगातार पंचायत समिति अधिकारियों द्वारा बैठक से कन्नी काटने के मुद्दे उठा रहे हैं । इस बारे में कई बार प्रस्ताव पारित कर प्रशासनिक अधिकारियों व सरकार को भी भेजे जा चुके हैं लेकिन इस सब के बावजूद अधिकारियों की बैठक में उपस्थिति को अनिवार्य बनाए जाने का कोई आदेश होता नहीं दिख रहा। हालांकि इस बारे में उपमंडलाधिकारी भरमौर कुलबीर सिंह राणा ने कहा कि पंचायत प्रतिनिधि अगर उनके पास कोई शिकायत भेजते हैं तो आवश्य कार्यवाही करेंगे।