घोघड़ न्यूज 17 अगस्त : विकास खंड भरमौर की ग्राम पंचायत कुठेहड़ में बैठक कर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों को जागरूक किया गया। संजय कुमार एरिया कोऑर्डिनेटर विकास खंड भरमौर ने स्वयं सहायता समूह की सदस्याओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र की निर्धन परिवार की महिलाओं को देश की मुख्य धारा से जोड़ना और विभिन्न कार्यक्रमों के जरिये गरीब ग्रामीणों को सक्षम और प्रभावशाली संस्थागत मंच प्रदान कर उनकी आजीविका में वृद्धि करना, वित्तीय सेवाओं तक उनकी बेहतर और सरल तरीके से पहुंच बनाना है।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ग्रामीण गरीब महिलाओं की स्थाई एवं सशक्त संस्थाओं (स्वयं सहायता समूह, ग्राम संगठन, क्लस्टर लेवल फेडरेशन) का निर्माण कर गरीबी कम करने का कार्यक्रम है।आई0सी0आर0पी0 भरमौर ने रितु जमवाल ने महिलाओं को बताया कि ग्रामीण क्षेत्र की 10-20 गरीब महिलाओं को संगठित कर स्वयं सहायता समूह का निर्माण किया जाता है और कुछ स्वयं सहायता समूहों को मिलाकर ग्राम संगठन का निर्माण किया जाता है। जिसमें ग्राम संगठन स्वयं सहायता समूह के ऊपर की इकाई है।
ग्राम संगठन से जुड़े हुए सभी समूहों के सभी पदाधिकारी पदेन ग्राम संगठन के प्रतिनिधि निकाय के सदस्य होते हैं। जिनमें से अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष सहित पांच पदाधिकारियों का चयन किया जाता है। ग्राम संगठन, समूहों पर नियन्त्रण करने वाली एवं उनका सहयोग करने वाली संस्था है बैठक में ग्राम पंचायत सचिव, वार्ड सदस्य, सिलाई अध्यापिका, आशा वर्कर व उप प्रधान ग्राम पंचायत दियोल ने भाग लिया।