घोघड़, चम्बा 25 जनवरी : जनजातीय क्षेत्र भरमौर में इस समय शीतकाल चल रहा है। ऋतु आधारित हिमपात अभी तक नहीं हुआ है। शुन्य डिग्री सैंटीग्रेड तापमान के दौरान यहां निर्माण कार्य बंद रहते हैं। इस बीच लोनिवि भरमौर मंडल ने क्षेत्र में 62 विकास कार्यों के टेंडर जारी कर दिए हैं जिन पर करीब 2.6 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।अधिशासी अभियंता लोनिवि भरमौर ने गत दिवस 24 जनवरी को इन कार्यों के टैंडर जारी कर दिए। इन विकास कार्यों में कुछ भवनों की मुरम्त कार्य किए जाने हैं जिसमें टाईल व पैनलिंग का कार्य तो कहीं सड़कों के किनारे डंगे लगाए जाने के कार्य शामिल हैं।
लोगों को जब इन विकास कार्यों के आवंटन की भनक लगी तो चर्चा शुरू हो गई कि शीतकाल में विकास के नाम पर यह सरकारी धन का दुरूपयोग है। स्थानीय समाजसेवी गुलशन नन्दा बताते हैं कि जब क्षेत्र में बर्फ गिरी ही नहीं तो लोनिवि सड़क से हटाएगा क्या ? वहीं वर्षा न होने के कारण किसी भी सड़क व रास्ते पर कोई भूस्खलन नहीं हुआ है तो वहां भी विभाग रिमूवल ऑफ स्लिप के कार्य करवा रहा है जोकि अतार्किक है। उन्होंने कहा कि इन विकास कार्यों में बर्फ न गिरने के बावजूद सड़क से बर्फ हटाने, वर्षा के कारण भूस्खलन से बाधित सड़क मार्गो को बहाल करने के लिए स्लिप रिमूवल वर्क सबसे हैरानी वाले कार्य हैं। उन्होंने कहा कि विभाग के भीतर अधिकारी-ठेकेदारों के बीच जो पक रहा था इसकी भनक उन्हें लग गई थी लिहाजा वे रिमूवल ऑफ स्लिप, एज वॉल कार्यों के औचित्य के लिए करने धन्छो तक के रास्ते की पड़ताल की है। उन्होंने कहा कि हड़सर से धनछो तक कहीं भी रास्ता खराब नहीं हुआ है। मणिमहेश यात्रा के दौरान के रास्ते की स्थिति यथावत है। गुलशन नन्दा ने कहा कि शिवघराट से आगे मणिमहेश मार्ग पर हिमपात हुआ है जिस कारण वे आगे नहीं जा पाए। उन्होंने इस समय किए जा रहे विकास कार्यों के खर्च को सीधे भ्रष्टाचार की श्रेणी में रखते हुए इसकी जांच करने की मांग की है।
गौरतलब है कि हड़सर मणिमहेश मार्ग पर तो नवम्बर माह के बाद ही लोगों का आवागमन ठप्प हो जाता है क्योंकि इस शुष्क क्षेत्र में भले ही बर्फ न गिरे लेकिन वर्षा व ओस की हल्की फुहार भी परत दर परत जमकर बर्फ की मोटी तह बन जाती है। इस सीजन में अब तक न तो बर्फ गिरी है व न ही वर्षा जिससे कहीं भी रास्ते खराब नहीं हुए हैं। ऐसे में विभाग द्वारा करीब 2.5 करोड़ के विकास कार्यों पर प्रश्न उठ रहे हैं।
विभाग द्वारा भरमौर , गरोला व होली के उपमंडलों में बर्फ हटाने व राख लोनिवि उपमंडल में वर्षा के कारण स्लिप वर्क किए जा रहे हैं जबकि हड़सर से मणिमहेश तक सड़क मार्ग में रमूवल ऑफ स्लिप, एज वर्क व खच्चर मार्ग के मुरम्मत कार्य किए जाने पर करीब 50 लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं। जबकि मणिमहेश मार्ग पर लोगों व घोड़े खच्चरों की आवाजाही जून से नवम्बर माह की अवधि में ही रहती है। विभाग के नियमानुसार यह विकास कार्य टैंडर जारी होने के तीन माह के भीतर पूरे किए जाने आवश्यक हैं।
यहां यह बताना भी आवश्यक है कि यह प्रक्रिया 75 दिनों तक खुली रखी जा सकती है व अधिशासी अभियंता के पास बिना कोई कारण बताए एक या सभी निविदाओं को अस्वीकार करने का अधिकार सुरक्षित है।
इस संदर्भ में विभागीय अधिशासी अभियंता मीत कुमार ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि टैंडर प्रक्रिया नियमोंके अतंर्गत ही पूरी की गई है। आगामी दो दिनों में इसकी छंटनी की जाएगी । उन्होंने कहा कि कुछ भी अवांछित पाया जाता है तो टैंडर रद्द भी किए जा सकते हैं।
माना जा रहा है कि विभाग इस माह ठेकेदारों को यह कार्य आवंटित कर देगा कागजों में कार्यों को पूरा कर दिया जाएगा और हिमपात के बाद मुरम्मत व स्लिप के कार्यों को फिर से क्षतिग्रस्त घोषित कर दिया जाएगा। मई-जून माह में यही प्रक्रिया फिर से दोहराई जाएगी। इस प्रकार साफ सुथरे रास्तों से स्लिप व बर्फ हटाने, जहां डंगे लगे हुए हैं वहां नये डंगे लगाने के नाम पर सरकारी धन खर्च किया जाएगा।
इस प्रकार की थी इन विकास कार्यों की प्रक्रिया, नियम व शर्तें :
निविदा प्रपत्र के लिए आवेदन प्राप्त होने की तिथि और समय- 23.01.2024 अपराह्न 12.30 बजे तक निविदा प्रपत्र जारी करने/बिक्री की तिथि और समय- 23.01.2024 अपराह्न 2:00 बजे से अपराह्न 04:30 बजे तक निविदा प्रपत्र प्राप्त होने की तिथि और समय – 24.01.2024 प्रातः 11:30 बजे तक थी। जबकि निविदा प्रपत्र खोलने की तिथि एवं समय – 24.01.2024 अपराह्न 3:30 बजे तक का था।
निविदा प्रपत्र कार्यपालक अभियंता के कार्यालय से नकद (नॉन-रिफंडेबल) देकर प्राप्त किया जा सकता है। बयाना राशि प्रत्येक निविदा के साथ कार्यकारी अभियंता भरमौर डिवीजन एचपीपीडब्ल्यूडी भरमौर के पक्ष में विधिवत रूप से गिरवी रखी जानी चाहिए। सशर्त निविदा और बिना धरोहर राशि के प्राप्त निविदा को सरसरी तौर पर अस्वीकार कर दिया जाएगा।
ऑफर प्रमाणपत्र:- यह प्रमाणित किया जाता है कि उपरोक्त कार्यों के टेंडर अत्यावश्यक/आकस्मिक प्रकृति के एवं सार्वजनिक हैं
नियम और शर्तें :
1. ठेकेदारों को शर्त संख्या 16 (iii) / ईपीएफ नंबर के अनुसार जीएसटी पंजीकरण प्रमाण पत्र के साथ अपना नवीनतम पंजीकरण / अपने पंजीकरण का नवीनीकरण / अद्यतन दाखिल जीएसटी रिटर्न की पावती प्रस्तुत करनी होगी और बयाना राशि आवेदन के साथ संलग्न होनी चाहिए। . बिना धरोहर राशि के आवेदन होगा
मनोरंजन न किया जाए.
2. अस्पष्ट / टेलीग्राफिक / सशर्त निविदाएं या फैक्स / ई-मेल द्वारा निविदा पर विचार नहीं किया जाएगा और सरसरी तौर पर खारिज कर दिया जाएगा। नियत तिथि एवं समय के बाद प्राप्त निविदा अस्वीकार कर दी जायेगी। 3. ऑफर 75 दिनों तक वैध रहेगा।
4. ठेकेदार के पास एक समय निविदा में डिवीजन के भीतर दो से अधिक अनुबंध नहीं होने चाहिए। यदि ठेकेदार के पास पहले से ही दो काम हैं तो निविदा खोलने के समय निविदा को शामिल नहीं किया जाएगा और उसे तकनीकी मूल्यांकन में खारिज कर दिया जाएगा।
5. यदि बोली खुलने के दौरान ठेकेदारों ने दो से अधिक कार्यों को सबसे कम पाया तो ठेकेदार को एक समय में दो कार्य दिए जाएंगे और फिर अगले सबसे कम बोली लगाने वाले को अवसर दिया जाएगा।
6. ठेकेदार/बोलीदाता को शब्दों के साथ-साथ अंकों में प्रतिशत उद्धृत करना चाहिए, अन्यथा एक्सईएन के पास किसी या सभी निविदाओं को स्वीकार/अस्वीकार करने का अधिकार सुरक्षित है।
7. ठेकेदार/बोलीदाताओं को बोली/निविदा उद्धृत करने से पहले साइट की स्थिति, पहुंच आदि का पता लगाने/परिचित करने के लिए साइट का निरीक्षण करना चाहिए।
8. निविदा दस्तावेज केवल उन्हीं ठेकेदारों को जारी किए जाएंगे जिनके पास किसी भी एचपीपीडब्ल्यूडी सर्कल/डिवीजन में दो कार्यों से अधिक या 1.00 करोड़ से अधिक के कार्य न हों।
9. यह कि आपकी सभी दरों में जीएसटी शामिल है, इसलिए आप इसका पूरा भुगतान करेंगे और आप विभाग से इस खाते पर कुछ भी अतिरिक्त दावा नहीं करेंगे।
10. हिमाचल प्रदेश सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव (पीडब्ल्यू) द्वारा जारी अधिसूचना के प्रावधान। शिमला अधिसूचना संख्या पीबीडब्ल्यू (बी) ए (3) 1/2018 दिनांक 13.04.2021 भी लागू होगी।
अतिरिक्त के प्रावधान. सरकार के मुख्य सचिव (पीडब्ल्यू)। एचपी का पत्र संख्या पीबीडब्ल्यू (8) सी (17) 2/201 दिनांक 07.08.2018 लागू है।