घोघड़, चम्बा 12 जून : भगवान शिव के पवित्र धाम मणिमहेश झील की यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए अब एक नई व्यवस्था लागू की गई है। मणिमहेश यात्रा की आधिकारिक अवधि से पहले और बाद में यहां आने वाले हर यात्री को अब 100 रुपये की एंट्री कम सैनिटेशन फीस चुकानी होगी। यह निर्णय हाल ही में ईको डिवेलपमेंट कमेटी की भरमौर में आयोजित बैठक में लिया गया।
इस बैठक की अध्यक्षता भरमौर के डीएफओ माने नवनाथ ने की, जिसमें वन विभाग के अधिकारी व कमेटी सदस्य भी उपस्थित रहे। बैठक में तय किया गया कि मणिमहेश झील की सफाई व पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए यह शुल्क जरूरी है।
साथ ही यात्रा मार्ग में लगने वाली दुकानों, ढाबों और होटलों के पंजीकरण को लेकर भी दिशा-निर्देश तय किए गए हैं। छोटी दुकानों व ढाबों के लिए 500 रुपये और बड़ी दुकानों के लिए 3000 रुपये पंजीकरण शुल्क निर्धारित किया गया है। यह पंजीकरण वन परिक्षेत्र अधिकारी भरमौर के कार्यालय में करना होगा, जिसमें दुकान के आकार की जानकारी भी देनी होगी।
इसके अलावा, यदि कोई दुकानदार अपने आसपास के क्षेत्र में गंदगी फैलाता है तो उस पर 5000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।
यह सभी निर्णय नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) के आदेशों की अनुपालना में लिए गए हैं। उल्लेखनीय है कि मणिमहेश यात्रा की व्यवस्थाओं को लेकर एक संस्था ने एनजीटी में याचिका दायर की थी, जिसके बाद पर्यावरण संरक्षण को लेकर सख्त निर्देश जारी किए गए थे। इन्हीं निर्देशों के तहत ईको डिवेलपमेंट सोसायटी का गठन किया गया और यह बैठक आयोजित की गई।
बैठक में तहसीलदार भरमौर तेज राम, डीएफओ वाइल्ड लाइफ चंबा कुलदीप जम्वाल, वन मंडल भरमौर के अधीक्षक शिव कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे ।