घोघड़, चम्बा 05 मार्च : ग्रामीणों द्वारा दो मरीजों को 09 किमी पीठ पर उठा कर एम्बूलेंस तक पहुंचाना पड़ा। जनजातीय क्षेत्र भरमौर में जीवन इतना कठिन है कि यहां मुलभूत सुविधाओं के लिए भी लोगों को संघर्ष करना पड़ता है। गत दिनों हुई वर्षा के बाद इस उपमंडल की कई सड़कों पर यातायात ठप्प पड़ा हुआ है। ग्राम पंचायत बड़ग्राम भी इन्हीं में से एक है।
भरमौर उपमंडल मुख्यालय से 26 किमी दूर बड़ग्राम में 17 वर्षीय युवती व उसके 9 वर्षीय भाई की तबीयत दो दिनों से खराब चल रही थी। सड़क मार्ग खराब होने के कारण परिवारजनों ने पहले वहां स्थापित उपस्वास्थ्य केंद्र से सहायता प्राप्त करनी चाही परंतु उपस्वास्थ्य केंद्र बड़ग्राम में चिकित्सक अथवा फार्मासिस्ट न होने के कारण दोनों को दो दिन तक बिना उपचार के रहना पड़ा । देसी उपचार को मजबूर अभिभावको ने बच्चों की हालत सुधरती न देखी उन्होंने गांव के लोगों से इन्हें अस्पताल ले चलने का सहयोग मांगा। क्योंकि गांव से 09 किमी की दूरी तक सड़क कई स्थानों पर भूस्खलन के कारण अवरुद्ध थी।
ग्रामीणों ने दोनों मरीजों को बड़ग्रांं से कंढेलू नामक स्थान तक पीठ पर उठाकर पहुंचाया जहां से उन्हें आपात स्वास्थ्य सेवा वाहन 108 की सहयता से नागरिक अस्पताल भरमौर पहुंचाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को क्षेत्रीय अस्पताल चम्बा रैफर कर दिया गया है।
ग्रामीणों में रोष है कि उनकी ग्राम पंचायत में मूलभूत सेवाओं तक के लिए लोगों को जूझना पड़ रहा है। पंचायत निवासी राजेश ठाकुर, जोगिन्दर कपूर, संचन कुमार ने कहा कि एक तो बड़ग्राम के लिए पलाणी नाला वाले पुल का कार्य जल्दी नहीं हो रहा वहीं सड़क अवरुद्ध हो जाने की स्थिति कई सप्ताह तक इसे यातायात के लिए बहाल नहीं किया जाता।
पंचायत प्रधान सुबह कुमारी ने कहा कि अगर सड़क मार्ग ठीक न हो तो हैली एम्बूलेंस की मदद से भी मरीजों को समय रहते अस्पताल पहुंचाया जा सकता था।
उधर लोनिवि अधिशासी अभियंता मीत कुमार ने कहा कि बड़ग्राम सड़क मार्ग को बहाल करने के लिए वहां मशीनरी तैनात की गई है। अगले तीन दिनों में सड़क पर वाहनों का आवागमन शुरू किया जा सकता है।
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