घोघड़, चम्बा 09 मार्च : एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के स्थायी रूप से खणी से होली नामक स्थान पर शिफ्ट होने की सम्भावनाओं के बाद भरमौर विकास खंड कई पंचायतों के लोगों ने इस पर आपत्ति जाहिर करना आरम्भ कर दी है। ग्राम पंचायत खणी में तो लोगों ने इस मुद्दे पर लोस चुनाव में मतदान बहिष्कार करने तक की चेतावनी तक जारी कर दी गई ।
एकलव्य जनजातीय विकास संस्था ब्रह्मपुर के बैनर तले आज खणी के द्रोबी नामक स्थान पर बैठक कर लोगों ने खूब नारेबाजी करते हुए एकलव्य विद्यालय को निर्धारित स्थान खणी से ही संचालित करने की मांग उठाई। संगठन के प्रधान दीपक जम्वाल ने कहा कि सरकार ने इस संस्थान को खणी से संचालित करने का फैसला लिया था। लेकिन अब यह बड़े अधिकारियों व राजनीति का शिकार हो रहा है। उन्होंने कहा कि तीन वर्ष तक खणी में कक्षाएं चलाने के बाद इसे होली नामक स्थान पर शिफ्ट कर दिया गया है। जबकि खणी में संस्थान के लिए निर्धारित स्थान के विकास पर लाखों रुपये खर्च किए किए जा चुके व दर्जनों देवदार के पेड़ काटे जा चुके हैं।अब अगर इसे अन्य स्थान पर निर्मित किया जाएगा तो वहां फिर से पेड़ काटे जाएंगे व सरकारी धन को फिर से खर्च किया जाएगा। इस प्रकार खणी में किए गए खर्च का हिसाब-किताब कौन देगा ?
इस अवसर पर स्थानीय लोगों का आक्रोश भी जमकर बाहर निकल रहा था। पूर्व उप प्रधान रिंकेश ठाकुर ने कहा कि लोगों ने इस संस्थान के लिए बनी सड़क के लिए अपनी भूमि ही नहीं भवन व जमीनें तक कुर्बान कर दी हैं। उन्होंने कहा कि खणी पंचायत पूरे भरमौर उपमंडल के लगभग बीच में है जहां अभिभावकों व बच्चों की पहुंच आसान है। सरकार द्वारा चयनित स्थान काफी खुले स्थान पर जहां संस्थान से जुड़े अन्य भवनों को निर्मित किया जा सकता है। उन्होंने कहा सरकार के लाखों रुपये खर्च किए जाने के बाद इस संस्थान को कहीं अन्य स्थान पर बदलने नहीं दिया जाएगा। अगर सरकार ऐसा करती है तो लोगों के पास लोस चुनाव के दौरान मतदान बहिष्कार करने के अलावा कोई विकल्प नहीं रहेगा।
वरिष्ठ नागरिक मुंशी राम ने कहा कि इस संस्थान को खणी से संचालित करने के लिए एक पूरी पीढ़ी ने प्रयास किया है तब जाकर यहां यह संस्थान स्वीकृत हुआ था। उन्होंने कहा कि इतने प्रयासों के बाद इस स्थान से स्कूल को अगर स्थानांतरित किया गया तो क्षेत्र के लोग लोस चुनाव में मतदान का बहिष्कार करने के लिए बाध्य होंगे।
एकलव्य जनजातीय विकास संस्था ब्रह्मपुर ने इस संदर्भ में प्रदेश सरकार को एक ज्ञापन भेज कर इस संस्थान को चयनित स्थान खणी से ही चलाने की मांग करते हुए कहा कहा कि इस स्कूल को खणी के अलावा अन्य स्थान पर स्थानांतरित किए जाने के विरोध में वे हर सुप्रीम कोर्ट तक के दरवाजे खटखटाने के लिए तैयार हैं।