घोघड़, भरमौर | जून 2025 : भरमौर में इन दिनों विभिन्न क्षेत्रों से आकर अनाधिकृत रूप से कारोबार करने वाले फेरीवालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। बिना किसी प्रशासनिक अनुमति, पंजीकरण या कर भुगतान के ये फेरीवाले सड़कों, बाजारों और सार्वजनिक स्थलों पर खुलेआम व्यवसाय कर रहे हैं। इससे जहां स्थानीय व्यापारियों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है, वहीं सुरक्षा व कर चोरी को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
स्थानीय व्यापार मंडल के सदस्यों का कहना है कि वे हर साल पंजीकरण शुल्क, दुकान किराया, बिजली बिल और विभिन्न करों का भुगतान करते हैं, जबकि बाहरी फेरीवाले बिना किसी जिम्मेदारी के यहां व्यापार कर रहे हैं। इससे व्यापारिक प्रतिस्पर्धा असमान हो रही है, और स्थानीय व्यवसायों का अस्तित्व खतरे में पड़ रहा है।
सुरक्षा को लेकर भी जताई गई चिंता
स्थानीय लोगों ने आशंका जताई है कि बिना पहचान और पंजीकरण के क्षेत्र में घूमने वाले कुछ फेरीवालों की पृष्ठभूमि संदिग्ध हो सकती है, जिससे कानून-व्यवस्था पर असर पड़ सकता है। भरमौर जैसे सीमावर्ती और धार्मिक दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को हल्के में लेना गंभीर नतीजे ला सकता है।
प्रशासन से कार्रवाई की मांग
व्यापारी संघ और स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों ने प्रशासन से मांग की है कि—
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फेरीवालों की पहचान, पंजीकरण और वेरिफिकेशन की प्रक्रिया तत्काल शुरू की जाए।
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बिना पंजीकरण के व्यवसाय करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
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स्थानीय व्यापारियों के हितों की सुरक्षा के लिए बाजार क्षेत्रों में नियमित जांच की जाए।
मणिमहेश यात्रा से पहले व्यवस्था जरूरी
स्थानीय व्यापारियों का यह भी कहना है कि आगामी मणिमहेश यात्रा को देखते हुए भरमौर में व्यापारिक गतिविधियां तेज होंगी। ऐसे में अनधिकृत फेरीवालों की भीड़ न केवल भीड़-भाड़ बढ़ाएगी, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा व कानून व्यवस्था पर भी असर डाल सकती है।
यदि समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया गया, तो यह समस्या और विकराल रूप ले सकती है।