घोघड़, चम्बा 17 जून 2025 : श्री मणिमहेश ट्रस्ट भरमौर द्वारा सार्वजनिक शौचालय निर्माण हेतु जारी किए गए टेंडरों को बिना ठोस कारण रद्द करने पर श्री मणिमहेश ठेकेदार यूनियन ने कड़ा ऐतराज़ जताया है। यूनियन ने इस संदर्भ में एडीएम भरमौर कुलबीर सिंह राणा को लिखित शिकायत पत्र सौंपते हुए निष्पक्ष जांच और उचित कार्रवाई की मांग की है।
शिकायत पत्र में यूनियन ने आरोप लगाया कि 17 मई 2025 को जो टेंडर प्रकाशित किए गए थे, उनमें से केवल तीन टेंडर ही भरे गए। यूनियन के अनुसार टेंडर भरने वाले ठेकेदारों ने सभी आवश्यक दस्तावेज और पंजीकरण नियमों का पालन करते हुए समय पर निविदाएं भरी थीं, बावजूद इसके बिना कोई ठोस कारण बताए निविदाएं रद्द कर दी गईं।
विरोध स्वरूप सौंपे गए ज्ञापन में ठेकेदारों ने दावा किया कि जब सभी औपचारिकताएं पूरी की गई थीं और कोई वित्तीय बोली तक नहीं खोली गई थी, तो निविदाएं रद्द करना पारदर्शिता के सिद्धांत के खिलाफ है। साथ ही उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि यदि निविदा दरें अधिक थीं तो क्या ठेकेदारों को मौका नहीं मिलना चाहिए था कि वे पुनः संशोधित दरों पर आवेदन करें?
इस विषय में जब एडीएम भरमौर कुलबीर सिंह राणा से बातचीत की गई, तो उन्होंने स्थिति स्पष्ट करते हुए बताया कि मणिमहेश यात्रा से पूर्व श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु सार्वजनिक शौचालय निर्माण को लेकर कुल 9 टेंडर आमंत्रित किए गए थे। इनमें से मात्र 3 टेंडर ही प्राप्त हुए और वे भी 25% अधिक दरों पर भरे गए, जोकि ट्रस्ट के लिए वित्तीय दृष्टि से व्यवहारिक नहीं थे। ठेकेदारों से बातचीत कर नियमानुसार अधिकतम 5 प्रतिशत विचलन(deviation) पर कार्य के लिए मनाया गया था परंतु वे इस पर राजी नहीं हुए अतः इन्हें नियमानुसार रद्द करते हुए नए सिरे से निविदाएं आमंत्रित की गई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सभी इच्छुक ठेकेदार अब पुनः निविदाएं भर सकते हैं।
अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी ने कहा कि मणिमहेश यात्रा से पूर्व यह कार्य पूरे करने अति आवश्यक हैं इसलिए ठेकेदारों से निर्धारित समय सीमा में काम करवाया जाना है।