घोघड़,चम्बा, 02 अगस्त : अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी अमित मैहरा ने जानकारी देते हुए बताया कि डॉ यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी सोलन स्वरोजगार औद्यानिकी प्रौद्योगिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रम 2024-25 ने हिमाचल प्रदेश के मूल निवासियों के लिए एक वर्षीय औद्यानिकी प्रौद्योगिक प्रशिक्षण पाठ्यकम (स्वरोजगार) के लिए साधारण कागज पर आवेदन पत्र आमन्त्रित किये है।
उन्होंने बताया कि एक वर्षीय इस प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के लिए विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय औद्यानिकी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केन्द्र मशोबरा (शिमला) में 16 सितम्बर से आरम्भ होगा।
उन्होंने बताया प्रशिक्षणार्थियों की 20 सीटें निर्धारित की गई है। प्रवेश के लिए इछुक उमीदवार आवेदन पत्र साधारण कागज पर सम्बन्धित सह-निदेशक के कार्यालय में 20 अगस्त तक पहुंचना सुनिश्चित बनाएं। साक्षात्कार 05 सितम्बर को प्रातः 10:30 बजे सह-निदेशक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण औद्यानिकी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र मशोबरा शिमला के कार्यालय में होगें।
उन्होंने बताया कि समस्त आरक्षित जातियों, अन्य जातियों एवं महिला उम्मीदवारों को नियमानुार आरक्षण दिया जाएगा।
एडीएम ने बताया कि उम्मीदवार ने कम से कम दसवीं या समकक्ष स्तर की परीक्षा उतीर्ण की हो । उम्मीदवार की आयु 17-30 वर्ष के बीच हो तथा कृषक परिवार से सम्बन्ध रखता हो तथा प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरान्त उम्मीदवार फल सब्जी, फूल, खुम्ब उत्पादन व मौन पालन को अपना व्यवसाय बनाने में इच्छुक हो । जो उम्मीदवार अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन जाति या अन्य आरक्षित जातियों से सम्बन्ध रखता हो, वो अपना सत्यापित प्रमाण पत्र जो कम से कम कार्यकारी दण्डाधिकारी द्वारा प्रमाणित हो तथा अपना हिमाचली प्रमाण पत्र भी आवेदन पत्र के साथ प्रस्तुत करें।
उन्होंने बताया कि कार्यरत उम्मीदवारों के अलावा अन्य सभी उम्मीदवारों से घोषणा पत्र लिया जायेगा कि वे प्राप्त किए गए प्रशिक्षण को स्वरोजगार के रूप में अपनाएंगें । साक्षात्कार के समय उम्मीदवार को समस्त मूल प्रमाण पत्र तथा एक-एक प्रतिलिपि साथ लानी होगी। साक्षात्कार के विषय में किसी भी उम्मीदवार को अलग से कोई सूचना नहीं दी जाएगी। प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण के दौरान किसी भी प्रकार का भत्ता देय नहीं होगा। ठहरने व रहने की जिम्मेवारी स्वयं प्रशिक्षणार्थी की होगी।