घोघड़, चम्बा, 23 मई 2025 : जिला चंबा के ऐतिहासिक और अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मिंजर मेले के सफल आयोजन को लेकर आज जिला मुख्यालय चंबा में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने की।
बैठक में मिंजर मेला 2025 की समस्त व्यवस्थाओं की विस्तृत समीक्षा की गई। विधानसभा अध्यक्ष ने अपने संबोधन में कहा कि मिंजर मेला न केवल चंबा जिले की सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है, बल्कि यह यहां की समृद्ध परंपराओं, सामाजिक समरसता और भाईचारे को भी दर्शाता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे मेले की मूल सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखते हुए इसकी तैयारियों को गंभीरता व ईमानदारी से पूरा करें, ताकि आयोजन शांतिपूर्ण व यादगार बन सके।
इस अवसर पर उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने बताया कि इस वर्ष मिंजर मेला 27 जुलाई से 3 अगस्त 2025 तक चौगान नंबर-1 में आयोजित किया जाएगा। परंपरा अनुसार मेले के व्यापारिक आयोजन 15 दिनों तक चलेंगे। आमंत्रण कार्ड की डिज़ाइन पद्मश्री विजय शर्मा द्वारा तैयार की जाएगी।
कला केंद्र चौगान में आठ सांस्कृतिक संध्याओं का आयोजन किया जाएगा, जिसमें से एक कार्यक्रम को मध्य रात्रि 12 बजे तक आयोजित करने की अनुमति पर्यावरण विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, शिमला से प्राप्त हुई है, जबकि अन्य कार्यक्रम रात्रि 10 बजे तक समाप्त किए जाएंगे।
बैठक में मेला व्यवस्था, वीआईपी मूवमेंट, परिवहन, पार्किंग, खेलकूद प्रतियोगिताएं, पेयजल व विद्युत आपूर्ति, स्वास्थ्य सेवाएं, साफ-सफाई व सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के विषय में गहन चर्चा हुई। मेले की थीम, चौगान की मरम्मत तथा मंजरी गार्डन की व्यवस्था पर भी विशेष जोर दिया गया। मेला कमेटी की उप समितियों के सदस्यों ने कई सुझाव प्रस्तुत किए, जिन्हें विधानसभा अध्यक्ष ने सहर्ष स्वीकार किया।
बैठक के प्रारंभ में उपायुक्त मुकेश रेपसवाल ने विधानसभा अध्यक्ष का स्वागत कर उन्हें सम्मानित किया और जिला प्रशासन की ओर से मेले के सफल आयोजन हेतु हरसंभव प्रयास करने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर चंबा विधानसभा क्षेत्र के विधायक नीरज नैयर, पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी अमित मेहरा, एसडीएम चंबा प्रियांशु खाती, विभिन्न विभागों के अधीक्षण अभियंता, उपनिदेशक, अधिकारी, समिति संयोजक व सदस्य उपस्थित रहे।