घोघड़, चम्बा, 28 सितम्बर : ओटीपी पूछ कर बैंक फ्रॉड करने वालों से अभी निजात मिली ही नहीं कि अब सिम स्वैप कर फ्रॉड करने वालों ने लोगों की नींद उड़ा दी है।
ताजा मामला जनजातीय क्षेत्र भरमौर मुख्यालय में सामने आया है । यहां साइबरकैफे संचालक तिलकराज के मोबाइल नम्बर 9816077904 को शातिरों ने दो बार ई-सिम में स्वैप कर लिया। इल दौरान उन्होंने तिलक राज के सम्पर्क नम्बरों पर मैसेज भेजने आरम्भ कर दिए। तिलक राज ने इस बारे में पुलिस थाना भरमौर में शिकायत दर्ज करवा दी है।
तिलक राज ने सभी लोगों से अपील की है कि अगर 9816077904 नम्बर से किसी को कोई लिंक, मैसेज, इ-मेल या कॉल बगैरह आती है तो वे इसका जबाव ने दें। तिलक राज ने बैंक खातों में छेड़छाड़ होने से इंकार किया है।
पुलिस थाना में दी सूचना में तिलक राज ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए कहा कि “18 सितम्बर 2024 को 90381 40167 नम्बर से एक कॉलर ने कहा कि जियो का सर्वर डाऊन होने के कारण आपका नेटवर्क 24 से 48 घंटे के लिए बंद रहेगा। जिसके तुरंत बाद मोबाईल नेटवर्क बंद हो गया परंतु उसी समय मेरे दूसरे वैकल्पिक मोबाइल नम्बर पर सिम स्वैप होने का मैसेज आ गया । मैसेज आने के तुरंत मैंने अपने समय में सभी बैंक में इस मामले सूचना दे दी और सेवा प्रदाता जियो ग्राहक सेवा केंद्र में कॉल करके सिम को अपने कब्जे में पोर्ट करवा लिया। परंतु मैं यह जानकार हैरान हो गया कि हैकरों ने दुबारा उसी नम्बर को स्वैप कर लिया। तिलक राज ने कहा कि 24 सितम्बर को सुबह 08.30 बजे 9816845729 नम्बर से कॉल आया और मेरे नम्बर को स्वैप करने का प्रयास किया गया । उन्होंने कहा कि हैकरों द्वारा स्वैप किए मेरे मोबाईल नम्बर 9816077904 से अन्य लोगों को भी फोन कॉल व मैसेज किए जा रहे हैं”।
पुलिस थाना भरमौर ने मामले को जांच हेतु साइबर अपराध निवारण शाखा चम्बा को भेज दिया है।
तिलक राज ने पुलिस से मांग कि है कि वे इस मामले की जांच कर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करे। उन्होंने लोगों से अपील की है कि 9810677904 नम्बर से आने वाले किसी भी संदेश व कॉल का जबाव न दें।
साईबर अपराध विशेषज्ञों के अनुसार सिम स्वैप कर फ्रॉड करना अपराधियों का अब नया तरीका बन गया है। उपभोक्ता को कॉल करके विश्वास दिलाया जाता है कि उसका नेटवर्क सेवा प्रदाता कम्पनी द्वारा बंद किया गया है जबकि वे उपभोक्ता कि सिम को ई-सिम में बदल कर उसके तमाम खातों का पूरा नियंत्रण अपने हाथों में ले चुके होते हैं। हैकर स्वैप की गई इ-सिम से बैंक खातों के अलावा सोशल मीडिया से लेकर हर उस खाते में सेंध लगा सकते हैं जहां उस मोबाईल नम्बर को जोड़ा गया होता है।
सिम स्वैप फ्रॉड से बचने के लिए सिम क्यूआर कोड किसी से सांझा न करें । अगर आपके मोबाइल में नेटवर्क बंद हो गया हो तो उसी कम्पनी के दूसरे उपभोक्ता से नेटवर्क की जानकारी आवश्य लें। अगर आपके मोबाइल का नेटवर्क ही बंद हुआ हो तो तुरंत पुलिस में शिकायत करें व नेटवर्क प्रदाता कम्पनी व बैंक को जानकारी दें।