घोघड़ चम्बा 29 जुलाई : चम्बा जिला के जनजातीय क्षेत्र भरमौर में सड़क पर परिवहन निगम की बस कब और कहां खराब हो यह चिन्ता सवारियों को तब तक रहती है जब तक कि वे अपने गन्तव्य तक न पहुंच जाएं। पूरी यात्रा उन्हें इसी परेशानी में करनी पड़ती है कि बीच राह में बस खराब होने के बाद वे हालात से किस प्रकार निपटेंगे।
ऐसा एक मामला आज फिर प्रकाश में आया है। भरमौर से सायं 5.15 बजे कुगती की ओर जाने वाली बस से सवारियों को करीब छः बजे हड़सर के पास उतार दिया गया। चालक परिचालक की ओर से तर्क दिया गया कि बस में कुछ तकनीकी खराबी महसूस की जा रही है । जिस कारण बस को आगे ले जाने में उन्हें जोखिमपूर्ण लग रहा था। बस में बीस से अधिक सवारियां मौजूद थीं। जिन्हें वहां से तेरह किमी दूर कुगती गांव जाना था और विडम्बना यह कि यह पंचायत चम्बा जिला के पूर्वी छोर पर स्थित है। मुख्यालय के छोर पर स्थित होने के कारण सांझ ढलने के उपरांत इस पंचायत की ओर कोई और वाहन भी नहीं जाते जिस कारण बस की सवारियों को घर पहुंचने की चिंता भी सताने लगी। बस में सवार समाज सेवी राकेश शर्मा ने इस संदर्भ में उपमंडलाधिकारी भरमौर को मामले की सूचना देकर सहायता मांगी। जिस पर उपमंडलाधिकारी भरमौर ने परिवहन निगम के अधिकारियों को अन्य बस के माध्यम से इन यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचाने के निर्देश दिए।
उपमंडलाधिकारी भरमौर कुलबीर सिंह राणा ने कहा कि परिवहन निगम द्वारा एक मिनी बस (ट्रैवलर) कुगती की सवारियों के लिए भेजी गई है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने के लिए भरमौर प्रशासन हर वक्त तैयार रहता है।
प्रशासन द्वारा परिवहन निगम को निर्देश देने के बाद करीब साढे आठ बजे निगम की मिनी बस द्वारा सवारियों को हड़सर से कुगती की ओर ले जाया गया। सवारियोें का कहना था कि निगम के बस चालक उन्हें अक्सर बस खराब होने का हवाला देकर बीच राह में उतार कर बस को वापिस ले जाते हैं और उन्हें कई बार मीलों पैदल चलकर घर पहुंचना पड़ता है।लोगों ने मांग की है कि भरमौर कुगती रूट पर नई बसों को भेजा जाए ताकि लोगों को परेशानी का सामना न करना पड़े ।