घोघड़,चम्बा, 01 जून : देश के लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए निर्वाचन विभाग ने लाखों रुपये मतदान के प्रचार पर खर्च किए हैं। 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग, 40 प्रतिशत से अधिक शारीरिक रूप से अक्षम व आवश्यक सेवा प्रदाताओं को घर द्वार पर मतदान करने की सुविधा देने के लिए पोलिंग पार्टियां मीलों पैदल चलकर मतदाता के घर तक पहुंची हैं।
परंतु सही मायनों में मतदान को बढ़ावा गांव के उन लोगों ने दिया है जो शारीरिक रूप से अक्षम मतदाताओं को उठाकर मतदान केंद्र तक लाते हैं व उन्हें वापिस घर तक छोड़ते हैं। मतदान के दिेन ऐसे कई दृश्य आज क्षेत्र में देखने को मिले। जिनमें से एक पोलिंग बूथ सुप्पा का था जहां शारीरिक रूप से अक्षम सेना से सेवानिवृत दीनानाथ पुत्र सेखू राम को गांव के युवाओं ने पालकी में बिठाकर मतदान केंद्र तक पहुंचाया। गांव के संजय कुमार बताते हैं कि कोई भी मतदाता मतदान से न छूटे इसके लिए गांव के युवाओं ने विशेष योजना तैयार की थी। जिसके तहत खेतों में काम कर रहे मतदाताओं को समय पर मतदान केंद्र पहंचने के लिए सचेत करने व शारीरिक रुप से अक्षम मतदाताओं को उठाकर मतदान केंद्र तक पहुंचाने का कार्य किया गया।
इसी प्रकार मरौर मतदान केंद्र पर भी अक्षम मतदाता को मतदान करने के लिए पीठ पहर उठाकर पोलिंग बूथ लाया गया।
मतदाताओं को पोलिंग बूथ तक पहुंचाने वाले युवाओं की स्थानीय विधायक डॉ जनक राज ने सराहना की है। उन्होंने कहा कि गांव के इन युवाओं ने निर्वाचन विभाग की मतदान बढ़ाने की मुहिम को पूरा सहयोग दिया है।