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घोघड़,चम्बा 30 अप्रैल :अनुसूचित जनजाति श्रेणी के बच्चों की बेहतर शिक्षा के दृष्टिगत संचालित एकलव्य आदर्श विद्यालय भरमौर में इस वर्ष जमा एक (ग्याहरवीं) की कक्षाएं आरम्भ करने के लिए भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो गई है। संस्थान से दसवीं कक्षा की परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को ग्याहरवीं कक्षा में दाखिला लेने के लिए अन्य विद्यालयों के विकल्प सुझाया गया है। जिसके बाद अभिभावकों व विद्यार्थियों में निराशा है ।

सांकेतिक चित्र

संस्थान में इस वर्ष 30 विद्यार्थियों ने दसवीं की परीक्षा दी है। स्कूल शिक्षा बोर्ड के नियमानुसार दसवीं कक्षा की परीक्षा के तुरंत बाद विद्यार्थी जमा कक्षा में दाखिला ले सकते हैं ताकि परीक्षा परिणाम घोषित होने तक उनकी पढ़ाई जारी रह सके। परंतु एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय भरमौर में अभी ग्याहरवीं की कक्षाएं आरम्भ नहीं की जा सकी हैं। बताया जा रहा है कि संस्थान में सीनियर सकैंडरी स्तर की कक्षाओं को पढ़ाने के लिए स्टाफ ही नहीं भेजा गया है। संस्थान प्रबंधन ने अभिभावकों से ग्याहरवी कक्षा के लिए कुछ माह अन्य स्कूलों में दाखिला लेने का विकल्प दिया है ताकि नया स्टाफ तैनात किए जाने तक बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो।

संस्थान के प्रधानाचार्य एवं एकलव्य विद्यालय समिति के राज्य समन्व्यक विपिन शर्मा ने कहा कि अभी संस्थान के सकैंडरी कक्षाओं को पढ़ाने के लिए स्टाफ नहीं है इसके बावजूद वे कुछ अध्यापकों को ग्याहरवीं की आर्टस संकाय की कक्षाओँ को पढ़ाने की जिम्मेदारी दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि विद्यालय अभी विज्ञान व वणिज्य संकाय की कक्षाएं आरम्भ करने की स्थिति नहीं है इसलिए आर्टस कक्षाओं के लिए विद्यार्थियों को आमंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि 01 मई से आर्टस कक्षा के कुछ विद्यार्थी संस्थान में कक्षाएं आरम्भ करने के लिए आ रहे है। प्रधानाचार्य ने कहा कि इस संस्थान से दसवीं कक्षा की प्ररीक्षा देने के बाद अन्य विद्यालयों में शिक्षा लेने के लिए गए विद्यार्थियों यहां कक्षाएं आरम्भ होने पर पुनः बुला लिया जाएगा। उन विद्यार्थियों को प्रवेश परीक्षा की आवश्यकता नहीं है।

गौरतलब है कि वर्ष 2019 में इस विद्यालय में पहली बार छठी कक्षा बिठाई गई थी जो इस समय दसवीं की परीक्षा देकर अगली कक्षा के लिए संस्थान में विषय व स्थान ढूंढ रही है। संस्थान प्रबंधन जैसे तैसे यहां कक्षाएं आरम्भ करवाना चाहता है परंतु स्थान व स्टाफ का अभाव इस नामी संस्थान का सिरदर्द बन गया है। बाहर तक इस आवासीय विद्यालय में गुणात्मक शिक्षा दिलवाने का सपना संजोए अभिभावकों को अब यह चिन्ता सताने लगी है कि दसवीं के बाद उनके बच्चों का भविष्य कैसे संवरेगा । क्योंकि इस परिस्थिति के बारे में उन्होंने सोचा भी नहीं था।

विद्यालय भवन के अभाव में इस विद्यालय के संचालन में कई स्तर पर समस्याएं उत्पन्न हो रही है। उपमंडल अधिकारी भरमौर कुलवीर सिंह राणा ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि सामुदायिक अस्पताल होली भवन की ऊपरी मंजिल एकलव्य विद्यालय को उपयोग हेतु दी गई है। जब तक विद्यालय को कईं अन्यंत्र स्थान नहीं मिल जाता संस्थान अस्पताल भवन के निर्धारित भाग का उपयोग कर सकता है।


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