चम्बा 28 जुलाई : आज ग्राम पंचायत गरोला में ग्राम पंचायत उल्लांसा के महिला ग्राम संगठन से जुड़े स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को न्यूट्री गार्डन किटें दी गई। जिसमें संजय कुमार एरिया कॉऑर्डिनेटर विकासखंड भरमौर ने महिलाओं को बताया की अपने घर के आगे या पीछे आपके पास खेत की जगह है तोे आसानी से वहां न्यूट्री गार्डन विकसित कर सकते हैं। हरा-भरा दिखाई देने के साथ ही न्यूट्री गार्डन से आपको भरपूर पोषक तत्वों वाली सब्जियां भी मिल जाएंगी।
सब्जियां आहार का एक अनिवार्य हिस्सा होती हैं। फल व सब्जियां विटामिन, खनिज के उत्कृष्ट स्रोत होते हैं। संसाधनों की कमी के कारण दुनिया भर के लोग फल व सब्जियों का सेवन अपर्याप्त मात्रा में करते हैं, जिसके कारण शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण ही कई बीमारियां शरीर को जकड़ लेती हैं जोकि बाद में गम्भीर स्थिति उत्पन कर देती हैं। सब्जियों की इसकी महत्ता एवं उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए तकनीकी तौर पर न्यूट्री गार्डन एक ऐसा विकल्प है जहां विभिन्न फल, सब्जियों को पारिवारिक पोषण संबंधित आवश्यकताओं को पूर्ण करने व आय अर्जित करने के लिए अपनाया जा सकता है।
बाजार में उपलब्ध फल, सब्जियां आम तौर पर ताजा नहीं होती तथा महंगी भी होती हैं जबकि न्यूट्री गार्डन का एक प्रमुख उद्देश्य कीटनाशक उपयोग रहित ताजा सब्जियां उगाना है। इसे इस प्रकार उगाया जाता है कि परिवार के सदस्यों की आवश्यकता अनुसार प्रतिदिन कुछ न कुछ सब्जियां प्राप्त होती रहें। साथ ही घर के समूचे परिसर को एक सुंदर, स्वच्छ एवं शांत वातावरण भी मिलता रहे ।
इन सब्जियों को भी उगाया जा सकता है -ः
न्यूट्री गार्डन में वर्ष भर सब्जियां उगाई जा सकती हैं। ग्रीष्मकालीन में टमाटर, मिर्च, भिंडी, करेला, लौकी, खीरा, टिंडा, अरबी, चौलाई एवं बैंगन जबकि बरसात के मौसम में टमाटर, फूल गोभी, पता गोभी, कद्दू वर्गीय सब्जियां एवं पालक आद् उगाई जा सकती हैं।
इस अवसर पर उपस्थित खंड विकास अधिकारी भरमौर अनिल कुमार ने बताया कि न्यूट्री गार्डन के माध्यम से
विभिन्न फल, सब्जियों को पारिवारिक पोषण संबंधित आवश्यकताओं को परिपूर्ण करने व हाथ खर्च आय अर्जित करने के लिए उगाया जा सकता है। जिसके प्रति गांव की महिलाओं को जागरूक किया जा रहा। बैठक में ग्राम पंचायत प्रधान बीडीसी सदस्य पवन शर्मा विजय कुमार वार्ड मेंबर सिलाई अध्यापिका पंचायत सचिव ने भाग लिया