घोघड़, चम्बा , 17 जून : गत दिवस भरमौर में भरमाणी मंदिर मार्ग पर घराड़ू नामक स्थान पर सड़क पर घायलावस्था में पाए गए दो बछड़ों में से एक की मृत्यु हो गई है जबकि दूसरे को टैक्सी चालक यूनियन भरमौर के सदस्य भरमौर मुख्यालय ले आए हैं।
मुख्यालय में पशु चिकित्सक रोहित मनकोटिया ने घायल बछड़े को उपचारित किया जिसके उपरांत टैक्सी चालक इसे लाहल स्थित गौशाला ले गए ताकि वहां इसकी देख रेख हो सके। मणिमहेश टैक्सी यूनियन अध्यक्ष अंकुश शर्मा ने कहा कि घायल बछड़े को उपचार के बाद देखरेख की आवश्यकता है चूंकि पशु चिकित्सालय में घायल पशुओं को दाखिल करने की व्यवस्था नहीं थी इसलिए इसे लाहल स्थित गौशाला ले जाया गया परंतु वहां कोई कोई भी व्यक्ति मौजूद नहीं था इसलिए इस बछड़ों को भरमौर के टैक्सी स्टैंड में एक अस्थाई बाड़ा बनाकर रखा गया है। टैक्सी चालक आवारा कुत्तों से लगातार उसकी निगरानी कर रहे हैं।
उन्होंने लोगों से अपील की है कि जिन लोगों ने गौवंश पाला है वे उन्हें बेसहारा न छोड़ें। विशेषकर छोटे बछड़ों को तो बिलकुल नहीं क्योंकि आवारा कुत्ते व दूसरे जंगली जानवर इन्हें आसानी से शिकार बना लेते हैं।
पशु चिकित्सक डॉ रोहित मनकोटिया ने कहा कि बछड़े की स्थिति काफी नाजुक है, वे कल सुबह फिर इसकी जांच करेंगे।
गौरतलब है कि इस समय भरमाणी जंगल से मोरू जंगल के क्षेत्र में दर्जनों गौवंश को बेसहारा छोड़ दिया गया है। गत दिवस इन्हीं बेसहारा गौवंश में से दो बछड़ों पर आवारा कुत्तों ने हमला किया था जिस दौरान वे भागते हुए पहाड़ी से गिर गए थे। स्थानीय समाजसेवी गुलशन नंदा ने सड़क किनारे गिरे इन बछड़ों को पशु चिकित्सालय भरमौर के फार्मासिस्ट सिकंदर के माध्यम से उपचार कराया था।