घोघड़, चम्बा 17 मई : पंजसेई-खौलेड़-सेरी गांवों को यातायात सुविधा उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से निर्मित पिछले एक सप्ताह से बंद है परंतु लोनिवि ने इसे बहाल करने का प्रयास तक नहीं किया है।
भरमौर-थला सड़क मार्ग के साथ नालड़ा नामक स्थान पर जुड़ने वाले पंजसेई-सेरी सड़क मार्ग पर भूमि मालिक ने बाड़बंदी कर दी है। पिछले एक सप्ताह जारी इस बाड़बंदी को हटाने के लिए न तो प्रशासन व न ही लोनिवि के अधिकारी दिलचस्पी दिखा रहे हैं जिस कारण ग्राम पंचायत घरेड़ व भरमौर के इन गांवों सैकड़ों परिवारों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि पंजसेई गांव के नालड़ा से सेरी गांव स्थित चामुंडा मंदिर तक निर्मित करीब तीन किमी लम्बी सड़क पर सड़क के मुहाने पर ही भूमि मालिक ने बाड़बंदी कर दी है।
भूमि मालिक पुरषोतम का कहना है कि लोनिवि ने झूठ बोलकर उनकी भूमि के बीच से सड़क निकाल दी और बाद में इसका स्थान तक न बदला। पुरषोतम का कहना है कि पिछले चार वर्षों से वे अपने खेत की फसल नहीं ले पाए हैं और उनकी भूमि को लोनिवि ने भारी नुकसान पहुंचाया है। लोनिवि अधिकारियों के समक्ष वे कई बार मांग कर चुके हैं कि सड़क को खेत के किनारे से निकाला जाए परंतु सुनवाई नहीं हो रही ।
इस सड़क के लिए कई परिवारों ने अपनी भूमि अर्पित की है इसके बावजूद सड़क सेवा बंद होने से वे काफी निराश हैं। लोगों ने कहा कि अगर विभाग सड़क बहाल नहीं करता तो वे भी सड़क वाले खेत जोतना आरम्भ कर देंगे।
गौरतलब है कि इन गांवों को सड़क सुविधा से जोड़ने के उद्देश्य से लोनिवि ने भूमि विभाग के नाम करवाने के बजाए जुगाड़ तंत्र का सहारा लिया और भूमि मालिकों से जुबानी बातचीत करके सड़क निकाल दी परंतु अब कुछ लोग विभाग की इस कारगुजारी से असंतुष्ट हैं जिस कारण सड़क पर बाड़बंदी होना बन गया है। लोनिवि के अधिकारियों ने सयंम व दूरदर्शिता से भूमि मालिकों से हिब्बानामा करवाया होता तो आज लोगों को इस समस्या का सामना न करना पड़ता।
बहरहाल लोनिवि अधिशासी अभियंता संजय शर्मा ने लोगों को आज सड़क बाधित स्थल का निरीक्षण कर भूमि मालिकों से बातचीत करने का भरोसा दिया है। उन्होंने कहा कि मामले की तह तक जाकर जांच की जाएगी व भूमि मालिक की समस्या का भी समादान किया जाएगा।