Ghoghad.com

घोघड़, चम्बा, 17 दिसम्बर : स्वस्थ, सुरक्षित और विकसित राष्ट्र का निर्माण शिक्षा की रोशनी में ही संभव है। शिक्षा के अभाव में समाज का अशिक्षित वर्ग नशा, अपराध, गरीबी और बीमारी के गर्त में चला जाता है। यही कारण है कि आज अभिभावक समाज और देश को स्वस्थ, सुरक्षित व विकसित बनाने के उद्देश्य से अपने बच्चों को बेहतर से बेहतर शिक्षा दिलाने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं।

ग्रामीण क्षेत्रों में दो दशक पूर्व तक शिक्षा को केवल सरकारी नौकरी प्राप्त करने का माध्यम माना जाता था, लेकिन पिछले डेढ़ दशक में इस सोच में उल्लेखनीय बदलाव आया है। अब लोग बच्चों को केवल किताबी शिक्षा तक सीमित न रखकर ऐसी शिक्षा के लिए प्रेरित कर रहे हैं, जिससे उन्हें रोजगार के अवसर तो मिलें ही, साथ ही वे समाज को स्वस्थ और विकसित बनाने में भी योगदान दे सकें।

इसी सकारात्मक सोच के साथ जनजातीय क्षेत्र भरमौर का मलकौता गांव निरंतर आगे बढ़ रहा है। विश्व प्रसिद्ध भरमाणी माता मंदिर के ठीक नीचे पहाड़ीनुमा टीले पर बसे इस गांव से प्रशासनिक अधिकारी, इंजीनियर-इन-चीफ जैसे उच्च पदों तक लोग पहुंचे हैं। बीते एक दशक में गांव के युवाओं ने चिकित्सा क्षेत्र को अपनाकर समाज और देश की सेवा का बीड़ा उठाया है।

एक दशक में आठ डॉक्टर तैयार

मलकौता गांव से पिछले एक दशक में आठ युवक-युवतियां MBBS, BAMS, BHMS और BDS जैसी चिकित्सा डिग्रियां प्राप्त कर वर्तमान में जनसेवा में सक्रिय हैं।

  • वर्ष 2011 में मलकौता गांव के अखिल कुमार पुत्र सोहन लाल ने राजीव गांधी पोस्ट ग्रेजुएट आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल, पपरोला (जिला कांगड़ा) से BAMS (बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी) की डिग्री प्राप्त की। वर्तमान में वे स्वास्थ्य उपमंडल बैजनाथ के कल्लर स्वास्थ्य केंद्र में एएमओ के पद पर तैनात हैं।

  • वर्ष 2014 में गांव की डिम्पल मनकोटिया पुत्री सरिता व बृजलाल मनकोटिया ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ होम्योपैथी, कोलकाता से BHMS की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने भारती विद्यापीठ, पुणे (महाराष्ट्र) से MD (डॉक्टर ऑफ मेडिसिन) की पढ़ाई पूरी की। वर्तमान में वे जिला आयुर्वेदिक अस्पताल धर्मशाला में एचएमओ के रूप में सेवाएं दे रही हैं।

  • वर्ष 2019 में नितिका राणा पुत्री दिलयारानी व यशपाल राणा ने इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (IGMC), शिमला से MBBS की डिग्री प्राप्त की। अपने जनजातीय क्षेत्र के नागरिक अस्पताल भरमौर में सेवाएं देने के बाद वर्तमान में वे IGMC शिमला में एमएस (सर्जरी) विभाग में सेवाएं प्रदान कर रही हैं।

  • रुचिका ठाकुर पुत्री चैन सिंह ठाकुर ने वर्ष 2022 में IGMC शिमला से MBBS की डिग्री प्राप्त की। वर्तमान में वे अपने गृह क्षेत्र नागरिक अस्पताल भरमौर में एसएमओ के रूप में सेवाएं दे रही हैं। क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए डॉ. नितिका राणा और डॉ. रुचिका ठाकुर को स्थानीय लोगों की भरपूर सराहना मिल रही है।

  • वर्ष 2023 में ज्योति राणा पुत्री राज राणा व कृष्ण राणा और दीपशिखा पुत्री गोपाल सिंह हिमाचल प्रदेश इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंसेज, पांवटा साहिब (जिला सिरमौर) से BDS की डिग्री साथ-साथ प्राप्त की।

    • डॉ. दीपिका वर्तमान में भरमौर में अपना निजी क्लीनिक चला रही हैं।

    • डॉ. ज्योति नूरपुर में सेवाएं दे रही हैं।
      दोनों ही अब MDS (मास्टर ऑफ डेंटल सर्जरी) की तैयारी कर रही हैं।

  • गांव के साहिल ठाकुर पुत्र पंजाब सिंह व पुष्पा ठाकुर ने वर्ष 2024 में जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, चम्बा से MBBS की डिग्री प्राप्त की। वर्तमान में वे नागरिक अस्पताल चुवाड़ी में चिकित्सा अधिकारी के रूप में सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।

चिकित्सा अधिकारियों की इस श्रृंखला को आगे बढ़ाते हुए इसी गांव के अमन ठाकुर पुत्र रेशमा व प्रवीण ठाकुर  वर्तमान में BDS की डिग्री के अंतिम चरण में हैं। वे जयपुर डेंटल कॉलेज, राजस्थान से अपना प्रशिक्षण पूरा करने वाले हैं।

छोटे से जनजातीय गांव मलकौता से निकलकर चिकित्सा क्षेत्र में सेवाएं दे रहे ये युवा आज पूरे क्षेत्र के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गए हैं। यह गांव साबित करता है कि सकारात्मक सोच, परिश्रम और शिक्षा के प्रति समर्पण से ग्रामीण क्षेत्रों से भी उत्कृष्ट प्रतिभाएं उभर सकती हैं।


Ghoghad.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page