घोघड़, चम्बा, 28 मई : शिक्षा का स्तर ऊंचा करने के उद्देश्य से शिक्षा विभाग कई निर्णय ले रहा है। कहीं शिक्षकों के खाली पदों की पूर्ति के लिए कई स्कूलों को मर्ज किया जा रहा है तो कई विद्यालयों को अधिकारियों द्वारा गोद भी लिया जा रहा है। शिक्षा विभाग द्वारा चलाए जा रहे पायलट प्रोजैक्ट के अंतर्गत इसमें शामिल विद्यालयों के विद्यार्थियों के शिक्षा स्तर को ऊंचा करने के लिए विशेष कार्ययोजना चलाई जा रही है। इस प्रोजैक्ट में पूलन व खणी विद्यालय भी शामिल किए गए हैं।
अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी भरमौर कुलबीर सिंह राणा ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय भरमौर को गोद लिया है। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि भरमौर मुख्यालय के राजकीय कन्या प्राथमिक व राजकीय बालक प्राथमिक विद्यालयों में PRE-PRIMERY सहित छः-छः कक्षाएं चल रही थीं जिस कारण दोनों विद्यालयों के पास क्लास रूम की कमी हो थी। लिहाजा इन दोनोंं विद्यालयों के बच्चों को Co-Education कार्यक्रम के तहत मर्ज किया गया है। अब दोनों विद्यालयों के विद्यार्थी एक साथ शिक्षा व MID-DAY MEAL ग्रहण करेंगे। उन्होंने बताया कि कक्षा PRE-PRIMERY से तीसरी तक के छात्र-छात्राें कन्या विद्यालय में व चौथी व पाँचवीं कक्षा के विद्यार्थियों की कक्षाएं राजकीय प्राथमिक विद्यालय भरमौर में लगाए जाने की व्यवस्था की है। उन्होंने कहा कि प्रोजैक्ट के अनुसार इन बच्चों की शिक्षा स्तर का आकलन के करने के उद्देश्य से परीक्षा का पहला चरण पूरा कर लिया गया है। अगली परीक्षा एक माह बाद फिर से करवाई जाएगी और इस प्रकार बच्चों की शिक्षा में हो रहे सुधार का मूल्यांकन किया जाएगा।
राजकीय प्राथमिक विद्यालय भरमौर व कन्या विद्यालय भरमौर की मुख्य अध्यापिकाओं क्रमशः सुबह शर्मा व इंदू बाला ने कहा कि अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी के निर्णय से क्लासरूम की समस्या का समाधान हो गया है। दो या तीन कक्षाओं को एक साथ बिठाने से उत्पन्न हो रहे व्यवधान से छुटकारा मिल गया है । उन्होंने कहा कि अभिभावकों के साथ इस समस्या की चर्चा पर अभिभावकों ने परम्परा पर सह-शिक्षा को अधिमान दिया है। उनके निर्णय के बाद बच्चों को एक साथ बैठने की सुविधा प्रदान की गई है।
कन्या प्राथमिक विद्यालय में अब कक्षा एक से तीन तक 32 छात्राएं व तीन अध्यापिकाएं, वहीं राजकीय प्राथमिक विद्यालय भरमौर की चौथी व पाँचवी कक्षा के 24 छात्र-छात्राओं के लिए दो अध्यापिकाएं तैनात की गई हैं।
प्रशासन के इस निर्णय से दो विद्यालयों में तैनात मिड डे मील व PRE-PRIMERY कक्षाओं का स्टाफ एक साथ एक स्थान पर सेवाएं देगा। वहीं हर कक्षा के लिए अलग क्लास रूम भी उपलब्ध हो गया है।