घोघड़, धर्मशाला, 14 फरवरी : मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में राज्य एकल खिड़की स्वीकृति एवं अनुश्रवण प्राधिकरण की 30वीं बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में प्रदेश में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 25 नई परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गई। इन परियोजनाओं में लगभग 883.36 करोड़ रुपये का संभावित निवेश होगा, जिससे अनुमानित 2830 लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
हिमाचल प्रदेश निवेशकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य के रूप में उभर रहा है। बैठक में फार्मा, टेक्सटाइल, मैन्युफैक्चरिंग और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्रों से जुड़ी कई कंपनियों के प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। प्रमुख रूप से, बद्दी, सोलन, नालागढ़, ऊना, सिरमौर और कांगड़ा जिलों में नई औद्योगिक इकाइयों की स्थापना और मौजूदा इकाइयों के विस्तार को अनुमति दी गई।
स्वीकृत नई परियोजनाओं में दवाओं के निर्माण के लिए बाउजी इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड और रिजलिन्स हेल्थकेयर, औद्योगिक क्षेत्र किरपालपुर में पीयूएफ पैनल निर्माण के लिए जय पाली इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड, जिंक पाउडर निर्माण के लिए एफिशिएंट क्रॉप कंट्रोल, और मलहम, टैबलेट, कैप्सूल निर्माण के लिए एसए कंसल्टेंसी एंड प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं।
वहीं, मौजूदा इकाइयों के विस्तार के अंतर्गत क्वालिटी फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड (कांगड़ा), वर्धमान स्पिनिंग मिल्स (बद्दी), ग्रीनलैम इंडस्ट्रीज (नालागढ़), एक्वा विटो लेबोरेटरीज (बद्दी), एफडीसी लिमिटेड (बद्दी) और यूरोक्रिट लैब इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड (बद्दी) जैसी कंपनियों को अनुमति दी गई।
बैठक में उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान, अतिरिक्त मुख्य सचिव के.के. पंत, ओंकार चंद शर्मा, आर.डी. नजीम, प्रधान सचिव वित्त देवेश कुमार, उद्योग निदेशक यूनुस सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।