Ghoghad.com

घोघड़, चम्बा, 17 फरवरी : औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान भरमौर पिछले 25 वर्षों से एक अदद भवन को तरस रहा है। ददवां नामक स्थान पर चल रहे इस संस्थान के पास सीमित स्थान होने के कारण प्रशिक्षुओं की कक्षाएं व प्रैक्टीकल के लिए पर्याप्त स्थान न होने के कारण जुगाड़ तंत्र का सहारा लेना पड़ता है। अब जबकि संस्थान के भवन निर्माण की प्रक्रिया उसी स्थान पर होने जा रही है तो प्रशासन प्रशिक्षुओं को महाविद्यालय भवन भरमौर के एक हिस्से में कक्षाएं लगाने के लिए स्थानांतरित किए जाने पर विचार कर रहा है।

इस बारे में जब भरमौर कॉलेज के विद्यार्थियों को भनक लगी तो उन्होंने पहले भरमौर प्रशासन से ऐसा न करने की अपील की। परंतु इस संदर्भ में प्रशासन की बढ़ती गतिविधिओं को जान विद्यार्थियों के सब्र ने आज जवाब दे दिया। महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने महाविद्यालय भवन से लेकर पुराना बस अड्डा तक रोष रैली निकाल दी। इस दौरान विद्यार्थियों ने भरमौर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए कहा कि महाविद्यालय के छात्रों को 20 वर्षों बाद अपना भवन मिला है। उसमें भी सभी विषयों, पुस्तकालय, कॉमन रूम, प्रयोग शालाओं, शिक्षक आवास इत्यादि की अभी कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है। यह भवन केवल महाविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों की संख्या की क्षमता को पूरा करता है।

विद्यार्थियों ने कहा कि महाविद्यालय भवन में अन्य संस्थान के प्रशिक्षुओं की कक्षाएं चलाने से महाविद्यालय के विद्यार्थियों की शैक्षिक गतिविधियों के अलावा सांस्कृतिक व खेल गतिविधियों में अनैच्छिक बाहरी हस्ताक्षेप बढ़ जाएगा। इसके अलावा दोनों संस्थानों के छात्रों में टकराव होने की सम्भावना रहेगी। महाविद्यालय विद्यार्थियों ने दो टूक शब्दों में कह दिया कि भरमौर प्रशासन आईटीआई प्रशिक्षुओं को कहीं और स्थान दे दे, वे अपने संस्थान में इन्हें स्वीकार नहीं करेंगे। अगर प्रशासन जबरन ऐसा करने का प्रयास करता है तो सभी विद्यार्थी धरने पर बैठ जाएंगे।

विद्यार्थियों की इस मांग को स्थानीय लोगों का भी सहयोग मिल रहा है। गैर सरकारी संगठन सीआरसी प्रधान मोहर सिंह राजपूत का कहना है कि कॉलेज व आईटीआई के छात्रों के बीच आयु का बड़ा अंतर रहता है जिस कारण उनमें टकराव के अलावा नशे जैसी प्रवृति का आदान प्रदान बढ़ सकता है ऐसे में इन्हें पृथक रखना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि चौरासी मंदिर परिसर के पास ही मणिमहेश युवक मंडल द्वारा निर्मित सराय भवन है प्रशासन अगर इस संगठन के पदाधिकारियों से बातचीत करके इस भवन को आईटीआई प्रशिक्षुओं के लिए उपलब्ध करवा सकता है।

इस बारे में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी भरमौर कुलबीर सिंह राणा ने कहा कि महाविद्यालय भवन एक एक भाग में आईटीआई की कक्षाएं चलाने पर विचार किया जा रहा है। क्योंकि आईटीआई के भवन को तोड़ कर वहां नया भवन तैयार किया जाना है । जब तक उनका नया भवन बनकर तैयार नहीं हो जाता तबतक उन्हें किसी अन्य स्थान पर शिफ्ट किए जाने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि महाविद्यालय में इस समय तीन सौ से कम छात्र संख्या है। इस प्रकार दोनों संस्थानों के विद्यार्थियों को इस भवन में पर्याप्त स्थान मिल जाएगा।

इसी मामले में महाविद्यालय भरमौर के प्राचार्य हेमंत पाल ने कहा कि महाविद्यालय भवन अभी औपचारिक रूप से संस्थान के हवाले नहीं हुआ है। अत्याधिक आवश्यक परिस्थिति के कारण प्रशासन ने इस भवन को महाविद्यालय की कक्षाएं चलाने के लिए सौंप रखा है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय विद्यार्थी अब तक कन्या व दूसरे वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय व युवक मडंल भवन में कक्षाएं लगा रहे थे। जिससे उन विद्यालयों के छात्र-छात्राओं की शिक्षा भी प्रभावित हो रही थी।


Ghoghad.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page