घोघड़, चम्बा, 08 अक्तूबर : चम्बा में उद्योग विभाग, हिमाचल प्रदेश द्वारा जिला उद्योग केंद्र (डीआईसी) के माध्यम से “RAMP कार्यक्रम” (भारत सरकार एवं विश्व बैंक की संयुक्त पहल), “सूक्ष्म एवं लघु उद्यम–क्लस्टर विकास कार्यक्रम” (MSE-CDP) तथा “ग्रीनिंग ऑफ एमएसएमई” पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला का उद्देश्य हिमाचल प्रदेश में रैंप (RAMP) कार्यक्रम के अंतर्गत चलाए जा रहे विभिन्न परियोजनाओं एवं योजनाओं के बारे में प्रतिभागियों को जागरूक करना था।कार्यशाला का संचालन जिला उद्योग केंद्र (डीआईसी) चंबा के महाप्रबंधक श्री मनीत कुमार के मार्गदर्शन में किया गया
कार्यशाला के दौरान उद्योग विभाग के प्रतिनिधियों ने महिला उद्यमियों के लिए कौशल प्रशिक्षण, उद्यमिता संवर्धन, एवं वेंडर डेवलपमेंट कार्यक्रमों जैसे प्रमुख घटकों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इन परियोजनाओं को आगामी 18 से 24 महीनों में चंबा ज़िले में लागू किया जाएगा और स्थानीय उद्यमियों से इन योजनाओं में सक्रिय भागीदारी करने का आह्वान किया।
कार्यशाला के दौरान “कॉमन फैसिलिटी सेंटर (CFC)” की भूमिका पर भी चर्चा की गई, जो सूक्ष्म उद्यमों की गुणवत्ता, प्रतिस्पर्धा एवं विकास को सुदृढ़ बनाने में सहायक सिद्ध होंगे। इस अवसर पर CFC के माध्यम से स्थानीय उद्योगों की चुनौतियों एवं अवसरों पर विस्तारपूर्वक विचार-विमर्श किया गया।
इस कार्यशाला में लगभग 60 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिनमें चंबा रूमाल, थाल एवं चप्पल निर्माण से जुड़े कारीगर समूहों के प्रतिनिधि, पर्यटन क्षेत्र के प्रतिभागी, एफपीओ/एफपीसी सदस्य एवं नवोदित उद्यमी शामिल थे।
। श्री गुलाब ठाकुर, प्रबंधक डीआईसी चंबा ने कार्यक्रम का समन्वय किया। तकनीकी सत्र का संचालन गौरव शर्मा (NABCONS) एवं वरुण दौलतानी (Frost and Sullivan) द्वारा किया गया।

