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नई दिल्ली : राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुरूप विद्यालय प्रबंधन, शैक्षणिक नवाचार और नेतृत्व विकास को मजबूत करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय जनजातीय विद्यार्थी शिक्षा समिति (एनईएसटीएस) 16 और 17 दिसंबर 2025 को डॉ. आंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय केंद्र, नई दिल्ली में एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय (ईएमआरएस) प्रधानाचार्यों का दूसरा राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित कर रही है।

इस सम्मेलन में देशभर के 499 ईएमआरएस के प्रधानाचार्य और प्रभारी प्रधानाचार्य भाग लेंगे। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आवासीय विद्यालयों के प्रभावी संचालन के लिए प्रधानाचार्यों को आवश्यक ज्ञान, प्रबंधन कौशल और व्यावहारिक रणनीतियों से सशक्त बनाना है। यह पहल विशेष रूप से आदिवासी छात्रों के लिए गुणवत्तापूर्ण, समावेशी और योग्यता-आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में केंद्र सरकार के प्रयासों को मजबूती प्रदान करती है।

सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री जुएल ओराम करेंगे, जबकि केंद्रीय जनजातीय मामलों के राज्य मंत्री दुर्गादास उइके विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। इस अवसर पर जनजातीय कार्य मंत्रालय और एनईएसटीएस के वरिष्ठ अधिकारी भी कार्यक्रम में शामिल होंगे।

कार्यक्रम के दौरान ईएमआरएस से जुड़ी महत्वपूर्ण उपलब्धियों और सर्वोत्तम प्रथाओं को दर्शाने वाली कई प्रमुख प्रकाशनों का विमोचन किया जाएगा। इनमें प्रशिक्षण संसाधन सामग्री, चौथी खेल प्रतियोगिता 2025 रिपोर्ट, छठी ‘उद्भव 2025’ रिपोर्ट तथा दूसरा प्रधानाचार्य सम्मेलन प्रकाशन शामिल है।

दो दिवसीय सम्मेलन में सीबीएसई, एनसीईआरटी, नवोदय विद्यालय समिति, यूनिसेफ और एनईएसटीएस से जुड़े विशेषज्ञों द्वारा तकनीकी सत्र आयोजित किए जाएंगे। इन सत्रों में विद्यालय सुरक्षा, वित्तीय प्रबंधन, मानव संसाधन, सीबीएसई संबद्धता, शैक्षणिक सुधार, दो-परीक्षा प्रणाली, पाठ योजना, कक्षा शिक्षण प्रक्रिया, छात्र सीखने की रणनीतियां, मानसिक स्वास्थ्य, भावनात्मक कल्याण और भाषा प्रवीणता जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा होगी।

इसके अलावा ‘तलाश’ कार्यक्रम, कौशल्या योजना, भारत स्काउट्स एंड गाइड्स, वित्तीय साक्षरता, जीईएम प्रक्रियाएं, खरीद प्रणाली, बुनियादी ढांचे के रखरखाव और विद्यालय प्रदर्शन समीक्षा जैसे प्रशासनिक और वित्तीय पहलुओं पर भी मंथन किया जाएगा।

प्रत्येक सत्र के अंत में खुला संवाद मंच रखा गया है, जहां प्रतिभागी अपने अनुभव साझा करेंगे और सामान्य चुनौतियों पर सामूहिक समाधान तलाशेंगे। आयोजकों के अनुसार, यह सम्मेलन ईएमआरएस के प्रधानाचार्यों को नेतृत्व क्षमता, संसाधन प्रबंधन और सकारात्मक शैक्षणिक वातावरण विकसित करने में मददगार सिद्ध होगा।

एनईएसटीएस का यह प्रयास ‘शिक्षा के माध्यम से जनजातीय परिवर्तन’ के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जिससे देशभर में एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों के संचालन और गुणवत्ता को नई मजबूती मिलेगी।


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