घोघड़, शिमला, 13 जुलाई 2025 : राज्य के कृषि एवं पशुपालन मंत्री प्रोफेसर चंद्र कुमार ने आज शिलारू में नव निर्मित कृषि उपज मंडी का विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि किसी भी उत्पाद की बिक्री के लिए प्रभावी मार्केटिंग अत्यंत आवश्यक है, जिससे किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य मिल सके।
उन्होंने बताया कि यह मंडी पहले 18 जून को मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा ऑनलाइन माध्यम से उद्घाटित की जा चुकी है, और अब इसे औपचारिक रूप से शुरू कर दिया गया है। मंत्री ने कहा कि सेब के मूल्य उसकी ग्रेडिंग और पैकिंग पर निर्भर करते हैं, इसलिए किसानों को गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
उन्होंने यह भी बताया कि इस मंडी को जल्द ही ऑनलाइन प्रणाली से जोड़ा जाएगा, जिससे किसानों को बिक्री और लेन-देन में पारदर्शिता और सुविधा मिलेगी। मंडी में 28 दुकानें, कार्यालय, पार्किंग समेत अन्य आवश्यक सुविधाएं विकसित की गई हैं और आगे और सुविधाएं जोड़ने हेतु अतिरिक्त बजट भी स्वीकृत किया जाएगा।
प्रो. चंद्र कुमार ने कहा कि कृषि उपज मंडी समिति (एपीएमसी) का उद्देश्य किसानों को बिचौलियों के शोषण से बचाना और उत्पाद की लागत से लेकर विक्रय मूल्य तक के अंतर को नियंत्रित करना है। उन्होंने इस अवसर पर पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया।
विद्या स्टोक्स का सपना हुआ साकार – कुलदीप सिंह राठौर
ठियोग के विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने कहा कि यह मंडी पूर्व मंत्री विद्या स्टोक्स का एक पुराना सपना था, जो अब साकार हो गया है। उन्होंने स्थानीय किसानों की सुविधा के लिए इस मंडी को सड़क से जोड़ने, सॉइल टेस्टिंग लैब और ट्यूनिक गार्डन स्थापित करने की मांग भी रखी।
एपीएमसी अध्यक्ष और अन्य गणमान्य रहे उपस्थित
शिमला-किन्नौर एपीएमसी के अध्यक्ष देवानंद वर्मा ने मंडी में शेड, सफाई कर्मचारी और पेयजल जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाने की आवश्यकता जताई। कार्यक्रम में उपमंडल अधिकारी ठियोग शशांक गुप्ता, कुमारसैन के एसडीएम मुकेश शर्मा, जिला परिषद सदस्य राजेश कँवर व उज्ज्वल मेहता, ग्राम पंचायत प्रधान रीता भारद्वाज तथा अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
इस नई मंडी के आरंभ होने से क्षेत्र के किसानों और बागवानों को विपणन की सुदृढ़ सुविधा मिलेगी, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति सशक्त होगी।