घोघड़, चम्बा, 18 दिसम्बर : शिक्षा केवल पुस्तकों तक सीमित न रहकर जब व्यवहारिक अनुभव से जुड़ती है, तभी विद्यार्थी उसे अपने जीवन में आत्मसात कर पाते हैं। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए राजकीय महाविद्यालय चम्बा के भूगोल विभाग द्वारा विद्यर्थियों के लिए 18 दिसम्बर को जिला चम्बा में जुम्हार के समीप स्थित अगार गांव का क्षेत्रीय भ्रमण आयोजित किया गया।
इस शैक्षणिक भ्रमण का नेतृत्व भूगोल विभाग की अध्यक्ष प्रोफेसर शिवानी तथा सहायक आचार्य निशा कुमारी ने किया। भ्रमण में भूगोल विभाग के लगभग 40 विद्यार्थियों ने भाग लिया। विद्यार्थियों ने इस दौरान गांव की कृषि व्यवस्था के साथ-साथ सामाजिक एवं आर्थिक परिस्थितियों का प्रत्यक्ष अध्ययन किया।
अध्ययन के दौरान सामने आया कि अगार गांव की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से पारंपरिक पहाड़ी कृषि पर निर्भर है। गांव में आधुनिक कृषि यंत्रों और नवीन तकनीकों की कमी के कारण फसलों का उत्पादन अपेक्षाकृत कम है, जिसका सीधा प्रभाव ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति पर पड़ता है। संसाधनों के अभाव में यहां के लोग पूर्ण रूप से आर्थिक रूप से सशक्त नहीं हो पा रहे हैं।
भूगोल विभाग द्वारा आयोजित इस क्षेत्रीय भ्रमण का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को कक्षा में पढ़ाए जाने वाले सैद्धांतिक ज्ञान से आगे बढ़कर वास्तविक भौगोलिक, कृषि एवं आर्थिक परिस्थितियों से परिचित कराना था। इस भ्रमण से विद्यार्थियों को ग्रामीण जीवन की वास्तविकताओं, कृषि से जुड़ी समस्याओं तथा विकास की संभावनाओं को समझने का व्यावहारिक अवसर प्राप्त हुआ।
महाविद्यालय प्रशासन एवं विभागीय शिक्षकों ने बताया कि इस प्रकार के क्षेत्रीय अध्ययन विद्यार्थियों के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और उन्हें समाज की जमीनी हकीकत से जोड़ते हैं।

